DMRC ने पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के प्रायोरिटी कॉरिडोर पर यू-गर्डर किया लॉन्च
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (DMRC) ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर, पटना मेट्रो प्रोजेक्ट में भूतनाथ स्टेशन के पास 2 खंभों के बीच पहली बार यू-गर्डर (U-girders) बनाकर अपने प्रायोरिटी कॉरिडोर के काम में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यू-गर्डर पर रेल की पटरियां रखी जा सकती हैं जो समय-सीमा के अनुसार प्रीकास्ट और प्री-टेंशन वाली स्ट्रक्चर हैं।
30 फीसदी काम पूरा, जल्द चलेगा अब पटना में मेट्रो
यू-गर्डर साल 2026 तक पूरा होने वाली इस प्रोजेक्ट के समय पर पूरा होने के निर्माण में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा। प्रीकास्ट संरचना बेहतर गुणवत्ता सुनिश्चित करेगी और निर्माण में समय बचाने में मदद करेगी, जिसे उच्च क्षमता वाले क्रेन की सहायता से साइट पर स्थापित किया जाएगा।
यू-गर्डर का निर्माण आवश्यक है क्योंकि इसे स्थापित करने से पहले सभी प्रारंभिक परीक्षणों को पूरा करने की आवश्यकता है।
DMRC के अनुसार पटना मेट्रो के प्रायोरिटी कॉरिडोर में कुल 308 यू-गर्डर का निर्माण करने की योजना बनाई गई है। इन 308 यू-गर्डर का वजन लगभग 160 टन है।
प्रायोरिटी कॉरिडोर के elevated section में होंगे patna के यह 5 स्टेशन
यह प्रायोरिटी कॉरिडोर पटना के मलाही पकड़ी से पाटलिपुत्र बस टर्मिनल तक 7.4 किलोमीटर लंबा है, जहां U-girder का निर्माण किया जायेगा।पटना मेट्रो के इन प्रायोरिटी कॉरिडोर के ऊंचे खंड (elevated section) में 5 स्टेशन होंगे, मलही पकड़ी, भूतनाथ, जीरो मील, खेमनी चक और पाटलिपुत्र बस टर्मिनल।