दो साल पहले पति ने घर से निकाल दिया था
दो साल पहले गोपालगंज सासामुसा बाजार निवासी उर्मिला देवी को एक बेटा और एक बेटी सहित उनके पति ने घर से निकाल दिया था। उसके बाद उर्मिला देवी स्टेशन परिसर में रहने के साथ सासामुसा बाजार में भीख मांग कर अपना गुजारा करने लगी।
खफ़ा हो गयी थी उर्मिला की ज़िंदगी
उनकी ज़िंदगी जैसे वीरान और बेबस हो गयी थी। उन्हें अब परिस्तिथि बेहतर होने की कोई संभावना नज़र नहीं आ रही थी। अपने बच्चों सहित भीख़ मांगने के अलावा उनके पास कोई रास्ता नहीं बचा था। एक साल पहले घुमंतू उनकी बेटी को अपने साथ ले जा चुके हैं।
अशोक ने खुशियों से भर दी उर्मिला की ज़िंदगी
ऐसे में उनकी अँधेरी ज़िंदगी में उम्मीद की किरण बनकर आएं सासामुसा में ही रहने वाले उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के अहिरौली दान गांव निवासी अशोक कुमार। अशोक कुमार ने उर्मिला का हाँथ जिंदगी भर के लिए मांग कर, हर कदम उनके साथ चलने की पेशकश की। अशोक कबाड़ी लेने का काम करते हैं।
बेटे को भी अपनाया, बने इंसानियत की मिशाल
हालांकि दिल पर चोट खायी उर्मिला ने पहले शादी से इंकार किया लेकिन बाजार के लोगों के समझाने के बाद वो राज़ी हो गयी। जिसके बाद दुर्गा मंदिर के पुजारी पंचानंद ने उर्मिला की शादी अशोक से करा दी। अशोक ने उर्मिला के बेटे को भी अपना लिया है। अशोक की इस सराहनीय कदम में की खूब तारीफ़ हो रही है।