Delhi back seat belt challan continues: गाड़ियों में पीछे बैठी सवारियों द्वारा सीट बेल्ट नहीं लगाने पर ट्रैफिक पुलिस चालान काट रही है. दिल्ली में अभियान चलाया जा रहा है। इस विषय पर चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) के चेयरमैन बृजेश गोयल और दिल्ली गुड्स ट्रांसपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन के प्रेजिडेंट राजेंद्र कपूर ने नई दिल्ली रेंज के डीसीपी ट्रैफिक अलाप पटेल से मुलाकात की हैबृजेश ने डीसीपी को बताया कि पिछली सीट पर बेल्ट नहीं लगाने वालों को धड़ाधड़ चालान काटा जा रहा है. इससे पैनिक की स्थिति हो गई है।
पुराने गाड़ी वाले क्या करे ?
टैक्सी और टूरिस्ट भी टेंशन में हैं. व्यापारी से लेकर आम जनता महिलाएं और बच्चों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. आम लोगों को नए नियम की जानकारी नहीं है। विभाग को अच्छे से जागरुकता फैलानी होगी। ट्रेडर्स ने कहा कि कई पुरानी मॉडल की कारों में पिछली सीट पर बेल्ट नहीं है। वे लोग क्या करें? यदि किसी वे कार में सीट बेल्ट है तो दो यात्रियों के लिए है। तीन सवारी बैठती हैं, तो बीच वाली के लिए बेल्ट नहीं है। पुलिस इनका भी चालान काट रही है।
पुराने गाड़ियों में लोग लगवा रहे सीट बेल्ट
सीटीआई विमन काउंसिल की प्रेजिडेंट मालविका साहनी ने कहा कि बहुत सी महिलाएं सुबह छोटे बच्चों को लेकर स्कूल जाती हैंक्यापीछे बैठे छोटे बच्चों को भी बेल्ट लगाना अनिवार्य है? इसे लेकर स्पष्टता नहीं है। ऑटोमेटिव पार्ट्स मर्चेंट असोसिएशन के प्रेजिडेंट विनय नारंग और अशोक मित्तल ने बताया कि कश्मीरी गेट के ऑटो स्पेयर मार्केट के दुकानदारों पर भी फोन आ रहे हैं। लोग पूछ रहे हैं कि पुरानी गाड़ियों में पिछली सीट पर क्या बेल्ट लग सकती है? राजेंद्र कपूर ने अलाप पटेल को बताया कि दिल्ली में वाहनों की संख्या बहुत अधिक है। यहां स्पीड लिमिट है। जगह जगह कैमरे लगे हैं। ओवर स्पीड होते ही चालान कट जाता है। ऐसे में लोग वाहन धीमा ही चलाते हैं। इस स्थिति में पिछली सीट पर यदि किसी ने बेल्ट नहीं लगाईतब भी जोखिम कम है।
दिल्ली पुलिस को मिला हैं आदेश तो कटेगी चालान
मीटिंग में डीसीपी ने कहा कि केंद्र सरकार के परिवहन मंत्रालय की गाइडलाइन मानना उनकी ड्यूटी है। सरकार ने आम लोगों से 5 अक्टूबर तक राय भी मांगी है। दिल्ली में ट्रैफिक पुलिस समय समय पर ओवर स्पीड, रॉन्ग साइड, अंडर एज ड्राइवड्रग एंड ड्राइव जैसे कैंपेन चलाती है। हमेशा वाहन चालकों को परेशान नहीं किया जाता है। यदि कहीं पुलिस से शिकायत हैतो – सूचित करें। मीटिंग में राजमणि पाठक, उपासना और गुलफ्शां कुरैशी भी मौजूद रहीं।