Delhi old vehicles being seized daily: सर्दी का मौसम नजदीक आने के साथ ही विभाग की प्रवर्तन शाखा ने सड़कों पर खड़े या चल रहे 15 साल से अधिक पुराने वाहनों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। लोगों को अपने पुराने वाहन शहर से बाहर बेच देने या कबाड़ वाले के हवाले कर देने की बात कह दी गयी हैं.
रोज़ 60 गाड़ियाँ सड़कों से हो रही ज़ब्त
परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हम कड़ा अभियान चला रहे हैं। इसके तहत हर दिन सार्वजनिक स्थान पर चलते या पार्क किए जाने पर लगभग 60 पुराने वाहन उठाए जा रहे हैं। 15 साल से अधिक पुराने वाहनों को सीधे स्क्रैप करने के लिए भेजा जा रहा है। स्क्रैप के बदले कुछ पैसे दिए जा रहे हैं जो की वाहन मालिकों के लिए नाकाफ़ी हैं.
भेजा जा रहा हैं सबके घर चलान
अभियान के हिस्से के रूप में प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर जुर्माना भी लगाया जा रहा है और प्रदूषण के लिए लगभग 150 चालान भी रोज जारी किए जा रहे हैं। इन्हें नोटिस भी भेजे जा रहे हैं। इसका जवाब नहीं देने वालों को 10 हजार रुपये का ई-चालान भेजना शुरू हो गया है। चलान मिल चुके लोगों को अपने गाड़ी को बेचने से पहले चलान जमा करना होगा.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हो रहा हैं ऐक्शन
सुप्रीम कोर्ट ने 29 अक्टूबर, 2018 को राष्ट्रीय राजधानी में 15 साल पुराने पेट्रोल और 10 साल पुराने डीजल वाहनों के चलने पर रोक लगा दी थी। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल का वर्ष 2014 का एक आदेश 15 साल से पुराने वाहनों को राजधानी में चलने की अनुमति नहीं देता है।