एक और प्रोजेक्ट पर दिल्ली NCR में लगा ब्रेक
सिद्धार्थ विहार में निर्माणाधीन गौड संस के प्रोजेक्ट गौड़ सिद्धार्थम में फ्लैटों की बिक्री पर आवास विकास परिषद ने रोक लगा दी है। परिषद का कहना है कि बिल्डर ने जमीन की वर्तमान दरों पर कीमत नहीं चुकाई है। साथ ही बिना कंपलीशन सर्टिफिकेट के सैकड़ों लोगों को पजेशन देने का आरोप भी लगाया है। इसके बाद इन आवंटियों की चिंता बढ़ गई है। आवंटियों का आरोप है कि बिल्डर इस विषय पर सीधा जवाब नहीं दे रहा है। आवास विकास परिषद के अधीक्षण अभियंता राकेश चंद्रा की ओर से एक बैनर गौड़ सिद्धार्थम प्रोजेक्ट पर लगाया गया है। हालांकि बिल्डर की ओर से इसे ढक दिया गया है।
GAUR SIDHARTHAM का राशि नही हुआ हैं जमा
अधीक्षण अभियंता राकेश चंद्रा ने बताया कि सिद्धार्थ विहार सेक्टर आठ में गौड़ सिद्धार्थम प्रोजेक्ट बन रहा है। इलाहबाद उच्च न्यायालय के 16 दिसंबर 2020 के आदेश के बाद गौड़ संस को 12.047 एकड़ भूमि का आवंटन बल्क सेल के प्लाट के रूप में किया था। इस भूखंड संख्या 8/बीएस1 का शुल्क वर्तमान दरों पर जमा नहीं करवाते हुए गौड़ संस ने यहां बहुमंजिला इमारत खड़ी कर लोगों को पजेशन देना शुरू किया। परिषद के अनुसार लगातार नोटिस के बाद भी जब राशि जमा नहीं करवाई गई तो यहां फ्लैटों की बिक्री पर रोक लगा दी गई है।
Gaur Sidhartham फ़्लैट बिक्री पर रोक
परिषद के अभियंता अमन त्यागी ने बताया कि गौड़ संस ने बिना कंपलीशन सर्टिफिकेट लिए ही कब्जा देना शुरू कर दिया। एक हजार से अधिक आवंटियों की रजिस्ट्री भी कर दी है। परिषद के आदेश के बाद अब आवंटियों के फ्लैटों पर खतरा मंडरा रहा है। वसुंधरा निवासी वीरांश सिंह ने बताया कि उनके भाई बेंगलुरु में रहते हैं। उन्होंने प्रोजेक्ट में फ्लैट बुक करवाया है। पूरा पैसा वह दे चुके हैं। बिल्डर और उनके प्रतिनिधि इस संबंध में जवाब नहीं दे रहे हैं। अधिशासी अभियंता अमन त्यागी ने बताया कि बिल्डर ने कंपलीशन सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया तो उसके तुरंत बाद उन्हें शो काज नोटिस भेजकर सीवर और पानी का कनेक्शन की रसीद मांगी गई।