दिल्ली के थानों में तैनात थानाध्यक्षों (थानेदारों) के अब अच्छे दिन लौट आए हैं। दरअसल, पुरानी व्यवस्था के तहत इन्हें जिप्सी मिली हुई थी। उनमें न तो आरामदायक सीटें थी और न एसी ही लगा हुआ था।
दिल्ली जैसे शहर में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के साथ ही स्ट्रीट क्राइम व अन्य तरह के अपराध पर नियंत्रण के लिए थानाध्यक्षों को गश्त करने व भागदौड़ लगी रहती है। 2009 में तत्कालीन पुलिस आयुक्त वाइएस डडवाल ने थानाध्यक्षों के वाहनों व थानों के कमरों में एसी लगाने पर रोक लगा दी थी। उनका मानना था कि एसी की सुविधा होने पर इंस्पेक्टर गश्त के बजाय थानों में ही समय बिताएंगे।
वर्तमान आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने इस मिथ्या को तोड़ सभी 195 थानाध्यक्षों को स्कॉर्पियो दे दी है। इससे इंस्पेक्टरों का हौसला बढ़ गया है। उन्होंने गश्त भी बढ़ा दी है। खाली सड़कों पर स्कॉर्पियो खड़ी कर सेल्फी भी ले रहे हैं।