9वीं मंज़िल पर सो गया था आदमी
सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट सोसायटी के एस्टर-7 में नौवीं मंजिल पर एक व्यक्ति रविवार सुबह सोसायटी में घर छोड़ने के समय सुबह सात बजे तक सोता रहा। दूसरे चरण में निरीक्षण कर रही टास्क फोर्स ने घर की घंटी बजाकर व्यक्ति को जगाने का प्रयास किया। टास्क फोर्स के सदस्य नरेश केसवानी ने बताया कि एक अधेड़ व्यक्ति सोकर नहीं उठ पाए थे। दस पंद्रह मिनट बाद दरवाजा खोला था। उन्हें कई बार फोन भी किया गया। वह घर में अकेले थे। जागने पर उन्हें चाभी नहीं मिल रही थी। उन्हें बाहर निकालकर सिर्फ टेप से घर को सील किया गया। ढाई हजार लोगों को सुरक्षित सोसायटी से निकालने व सुरक्षित वापस लाने का जिम्मा सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट आरडब्ल्यूए की टास्क फोर्स ने उठाया।
उतार लाए तो हुआ तालियों से स्वागत
रविवार को टावर ध्वस्तीकरण के बाद पार्श्वनाथ सोसायटी में पहुंचे टास्क फोर्स के पदाधिकारियों का लोगों ने तालियां बजाकर स्वागत किया। एमराल्ड सुपरटेक सोसायटी की आरडब्ल्यूए की तरफ से सुरक्षा प्रमुख गौरव मेहरोत्रा ने ध्वस्तीकरण के दिन सोसायटी के लोगों की सुविधा के लिए टास्क फोर्स बनाई थी। इसमें कोर कमेटी में गौरव मेहरोत्रा, सेवानिवृत्त कैप्टन राजेश कश्यप, सेवानिवृत्त विंग कमांडर मोहित गर्ग, नरेश केसवानी, अमित अरोरा, प्रशांत मलिक व अविनाश राय शामिल रहे। एमराल्ड कोर्ट सोसायटी के लोगों के रहने की व्यवस्था आसपास की सोसायटियों में हुई थी।
15 टावर कराए गए ख़ाली
एमराल्ड कोर्ट के रहने वाले नरेश अग्रवाल बताते हैं कि सोसायटी के कई लोगों को रविवार सुबह घर छोड़ने से पहले असुविधा का सामना करना पड़ा। टास्क फोर्स को सूचना ‘देने पर तत्काल व्यवस्था सुनिश्चित की गई। सभी 15 टावरों के टावर कैप्टन ने 630 फ्लैट में रहने वाले लोगों की जिज्ञासा व समस्याओं को शांत किया। एस्टर तीन टावर में रहने वाले ज्वाय सक्सेना का कहना है कि शुक्रवार रात को हमारे टावर का जियो फाइब्रिक टेक्सटाइल तेज हवा से फट गया था। इसकी जानकारी आरडब्ल्यूए व टास्क फोर्स को दी। टास्क फोर्स ने निरीक्षण कर जियो फाइब्रिक टेक्सटाइल को बदलवा दिया.