बाहरी रिंग रोड पर जगतपुर और गोपालपुर के बीच निर्माणाधीन अंडरपास पर आवागमन चालू होने के लिए अभी और इंतजार करना होगा। पहले निर्माण कार्य को 31 जुलाई तक पूरा करना था। लेकिन अब वर्षा के कारण इसमें बाधा हो रही है। ऐसे में अब अगस्त तक निर्माण कार्य के पूरा होने की संभावना है। मौजूदा समय में योजना का करीब 85 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। फिलहाल वाहनों की आवाजाही के लिए अंडरपास के दोनों ओर चार एप्रोच रोड बनाने का कार्य चल रहा है, लेकिन वर्षा के कारण मिट्टी में कटाव हो रहा है। इससे काम प्रभावित हो रहा है।
अंडरपास के निर्माण में प्री कास्टिंग तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इसके तहत योजना स्थल से दूर कलवटरे (बाक्स), दीवारें आदि के निर्माण कराए गए और उन्हें योजना स्थल पर लाकर अंडरपास का शक्ल दिया गया है। योजना कार्य पर 32 करोड़ की लागत आएगी। इस लिए जरूरी है अंडरपास: आउटर रिंग रोड पर गोपालपुर-जगतपुर के बीच कट बंद होने से दो दर्जन से अधिक कालोनियों के लोगों को रिंग रोड पार करने के लिए पांच से सात किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है।
इससे सबसे ज्यादा दिक्कतें पैदल चलने वाले व साइकिल चालकों को हो रही है। खासकर ऐसे लोग कई बार बड़े नाले के किनारे बने सड़क का इस्तेमाल करने के बजाय बाहरी रिंग रोड पर पहुंच जाते हैं और तेज भागती गाड़ियों के बीच ही सड़क को पार करते हैं, जिससे हादसे की आशंका बनी रहती है।
यही कारण है कि अंडरपास में पैदल व साइकिल चालकों के दो अलग-अलग लेन बनाए जाएंगे और वाहनों की आवाजाही के लिए निश्चित दूरी पर दो अंडरपास बनाए जाएंगे, जिससे वाहन न कटराएं और जाम की स्थिति भी नहीं बने। फिलहाल,31 जुलाई तक जगतपुर अंडरपास के निर्माण को पूरा करने का था लक्ष्य, वर्षा से कार्य में बाधा आ रही है।
85 प्रतिशत तक काम हो चुका है अभी तक पूरा
इस योजना के लिए गुरु हनुमान सोसायटी आफ इंडिया ने लोक निर्माण विभाग को प्रस्ताव भेजकर आग्रह किया था। संस्था के महासचिव अतुल रणजीत कुमार ने बताया कि योजना की मंजूरी उपराज्यपाल अनिल बैजल ने 22 जून 2017 को मंजूरी दी थी। अंडरपास के लिए वर्ष 2018 में ही विभाग ने टेंडर जारी कर दिया था। लेकिन आइजीएल की पाइप लाइन की शिफ्टिंग फिर कोरोना के चलते योजना कार्य में देरी होती रही। योजना के तहत निर्मित सब बे को चालू कर दिया गया है।