राजधानी में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। शुक्रवार तक संक्रमण दर 12 फीसदी को भी पार कर गई है। ऐसे में पर्यटन स्थलों पर भी सख्ती बढ़ाने का समय आ गया है। इस कड़ी में चिड़ियाघर प्रशासन भी हरकत में आ गया है। यहां आने वाले पर्यटकों की जांच बढ़ाने के साथ कोरोना नियमों के पालन पर जोर दिया जा रहा है। संक्रमण बढ़ने पर पर्यटकों की संख्या सीमित करने का निर्णय भी लिया जा सकता है।
चिड़ियाघर के एक अधिकारी के मुताबिक, बीते कई दिन से संक्रमण के मामलों में उछाल आ रहा है। इसको देखते हुए चिड़ियाघर के प्रवेश द्वार पर सख्ती बढ़ा दी गई है। किसी भी पर्यटक को बिना मास्क के प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा है। साथ ही थर्मल स्कैनिंग और सैनिटाइजिंग पर भी जोर दिया जा रहा है। इन दिनों वायरल के मरीज भी बढ़ रहे हैं, इसलिए प्रशासन बिल्कुल भी लापरवाही बरतना नहीं चाहता।
यदि किसी व्यक्ति के शरीर का तापमान सामान्य से अधिक है, तो उसे तापमान सामान्य होने पर ही चिड़ियाघर में प्रवेश दिया जा रहा है। चिड़ियाघर आने वाले पर्यटकों पर विशेष रूप से कोरोना के लक्षणों को लेकर नजर रखी जा रही है। अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में एक दिन में 12 हजार से अधिक पर्यटक वन्यजीवों का दीदार कर सकते हैं। इसके लिए दो पाली में प्रवेश के इंतजाम किए गए हैं।
एक दिन में 13 हजार पर्यटकों ने किया दीदार
बीते माह चिड़ियाघर में एक दिन में 13 हजार पर्यटकों ने वन्यजीवों का दीदार किया था, जो कि कोरोना आने पर बीते दो साल में सबसे अधिक था। कोरोना महामारी से पहले प्रतिदिन चिड़ियाघर में पांच से सात हजार पर्यटक पहुंचते थे, जिनकी सप्ताहांत में संख्या 10 से 12 हजार पहुंच जाती थी। हालांकि, साल 2020 में कोरोना आने के बाद चिड़ियाघर करीब एक साल बंद रहा था। साल 2021 में अप्रैल में चिड़ियाघर को चरणबद्ध तरीके से खोला गया था, लेकिन संक्रमण बढ़ने पर इसे फिर से बंद करना पड़ा था, जिसके बाद बीते साल अगस्त में परिसर को पर्यटकों की तय संख्या के साथ खोला गया।