दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सौ करोड़ की ठगी के मामले में एक शख्स को राजस्थान से गिरफ्तार किया है। आरोपित अलग-अलग 59 से अधिक मामलों में फरार चल रहा था। पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी। मिली जानकारी के मुताबिक आरोपित बारहवीं तक पढ़ा हुआ है और दो साल तक बीएसएफ में रसोईया के रूप में भी काम कर चुका है।
उसने जल्दी अमीर बनने के लिए बीएसएफ की नौकरी छोड़ दी और अपराध की दुनिया में कदम रखा। सर्वप्रथम आरोपित ने राजस्थान में एक सिक्योरिटी गार्ड एजेंसी खोली थी और 65 से अधिक कर्मचारियों की भर्ती कर उसको बेच दिया। इसके बाद मार्केटिंग कंसलटेंसी करने लगा। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपित लगातार नई-नई कंपनी खोलता रहा और उनको बेचने का काम करता रहा।
उधर, न्यू उस्मानपुर इलाके में दिनदहाड़े बाइक सवार बदमाशों ने पिस्टल के बल पर एक ज्वेलर के दो कर्मचारियों से साढ़े चार लाख रुपये और सवा किलो चांदी लूट ली। विरोध पर बदमाशों ने कर्मचारियों को जान से मारने की धमकी दी और फरार हो गए।
पीड़ित ज्वेलर शिवा सोनी की शिकायत पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर बदमाशों की तलाश में जुट गई है। पुलिस दोनों कर्मचारियों से पूछताछ करने के अलावा घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। शिवा सोनी परिवार के साथ गली नंबर-13 ब्रह्मपुरी में रहते हैं। घर के पास ही उनकी ज्वेलरी की दुकान है।
मंगलवार दोपहर को उन्होंने अपने दो कर्मचारियों सचिन और एक अन्य को गहने लेकर करोलबाग भेजा था। दोनों कर्मचारी वहां से गहनों के चार लाख रुपये और सवा किलो चांदी लेकर मोटरसाइकिल से दुकान पर लौट रहे थे। वे शाम करीब पांच बजे उस्मानपुर जीरा पुश्ता से उतरकर जैसे कालेज के पास पहुंचे, तभी पीछे से एक मोटरसाइकिल पर दो बदमाश
आए और ओवरटेक करके उन्हें रोक लिया। पिस्टल के बल पर बदमाशों ने सचिन से बैग लूट लिया, विरोध करने पर गोली मारने की धमकी दी। वारदात कर बदमाश मोटरसाइकिल से फरार हो गए। इसके बाद पीड़ि कर्मचारियों ने अपने मालिक शिवा सोनी को सूचना दी।