जैसा कि हम सब जानते हैं कि मेट्रो सिटीज में मेट्रो आम जनता की दिनचर्या का एक अभिन्न अंग बन चुका है, जिसमें जरा सी भी रुकावट आने से आम लोगों की जिंदगी काफी प्रभावित होती है। लेकिन दुख के साथ यह बताना पड़ रहा है कि दिल्ली मेट्रो का परिचालन प्रभावित होने की घटनाएं अब सामान्य हो चुकी है। हालत तो यह है कि लगभग हर सप्ताह दिल्ली मेट्रो की सेवाएं प्रभावित होने का एक ना एक मामला तो सामने आ ही जाता है। इन सब के बीच यह खबर सामने आ रही है कि बीते मंगलवार को दिल्ली मेट्रो की सेवाएं प्रभावित होने में केबल चोरों का हाथ था। हालांकि इस बात की ना ही तो कोई आधिकारिक पुष्टि की गई है ना ही कोई f.i.r. दर्ज हुई है।
ब्लू लाइन (द्वारका सेक्टर 21-इलेक्ट्रानिक सिटी नोएडा/वैशाली) पर सिग्नल खराब होने से एक बार फिर मेट्रो ट्रेन का परिचालन प्रभावित हुआ। सिग्नल में खराबी की यह घटना इंद्रप्रस्थ से यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन के बीच हुई है। पिछले माह भी इंद्रप्रस्थ से यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन के बीच ही ओएचई (ओवर हेड इक्विपमेंट) टूटने के कारण सबसे अधिक परिचालन प्रभावित होने की घटना हुई थी।
मंगलवार को भी सिग्नल में खराबी होने से इंद्रप्रस्थ से यमुना के बीच धीमी गति से मेट्रो का परिचालन हुआ। इसका असर द्वारका सेक्टर 21 से नोएडा व वैशाली के बीच पूरे कारिडोर पर पड़ा। इस वजह से ब्लू लाइन पर पूरे दिन मेट्रो का परिचालन प्रभावित रहा। सिग्नल में खराबी का कारण पूरी तरह स्पष्ट नहीं हुआ है।
डीएमआरसी की मानें तो उन्हें दिल्ली मेट्रो की सेवाएं प्रभावित होने के पीछे केबल चोरों का हाथ लग रहा है, लेकिन अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं कराया गया है। डीएमआरसी के मुताबिक इंद्रप्रस्थ से यमुना बैंक के बीच केबल चोरी होने की आशंका जताई जा रही है। लेकिन किस जगह यह चोरी हुई है, इसका पता अब तक नहीं लग पाया है।
मेट्रो ट्रैक का निरीक्षण कर नया केबल जोड़ने व सिग्नल ठीक करने में तीन घंटा समय लगेगा, इसलिए देर रात मेट्रो का परिचालन बंद होने के बाद सिग्नल ठीक करने का काम किया जाएगा।
संभव है कि ब्लू लाइन पर बुधवार को ही परिचालन सामान्य हो सकेगा। डीएमआरसी ने सुबह करीब आठ बजे ट्वीट करके इंद्रप्रस्थ से यमुना बैंक के बीच विलंब से मेट्रो उपलब्ध होने की सूचना दी लेकिन डीएमआरसी का कहना है कि सुबह परिचालन शुरू होने के बाद से समस्या शुरू हो गई थी।
इन्हीं सब कारणों की वजह से द्वारका सेक्टर 21 से नोएडा/ वैशाली की तरफ जाने वाली मेट्रो ट्रैक पर मैनुअल तरीके से इंद्रप्रस्थ से यमुना बैंक के बीच छोटे से हिस्से पर मेट्रो का संचालन धीमी गति से किया गया। जिसके दौरान मेट्रो की रफ्तार मात्र 25 किलोमीटर प्रति घंटे रही। यही वजह थी कि द्वारका से इंद्रप्रस्थ तक मेट्रो का परिचालन बंद ना करके धीमी गति से किया गया।
उल्लेखनीय है कि पिछले माह मेट्रो का परिचालन प्रभावित होने की सात घटनाएं हुई थीं। इसमें तीन घटनाएं ब्लू लाइन पर इंद्रप्रस्थ से यमुना बैंक के बीच ओएचई टूटने के कारण हुई थी। जुलाई में 19 दिनों में तकनीकी कारण से परिचालन प्रभावित होने की पहली घटना सामने आई।