प्रगति मैदान टनल को अब लंबे समय के बाद काम पूरा कर शुरू कर दिया गया है। इस टनल का उदघाटन भी पीएम मोदी द्वारा ही किया गया है। अब इस टनल को आम लोगों के लिए भी खोल दिया गया है जिससे लोगों के लिए सफर करना भी अब आसान हो गया है। इस टनल के सहारे अब यात्री भी जाम मुक्त सफर कर सकेंगे। शुरुआत में रिंग रोड और इंडिया गेट के बीच आवाजाही शुरू की गई थी।
लेकिन अब मथुरा रोड की ओर से भी इस टनल को शुरू कर दिया गया है। टनल को बेहद खूबसूरत भी बनाया गया है। लेकिन बेशक ये टनल कितनी भी खास है अब भी इसमें कुछ खामिया हैं जिनके कारण ये टनल हादसों को न्यौता दे रही है। इस टनल में हादसे होने की आशंका काफी ज्यादा है इसलिए इन समस्याओं को दूर करना जरूरी है।
साइनेज की हो रही सबसे बड़ी समस्या
दरअसल इस टनल पर साइनेज की सबसे बड़ी समस्या देखने को मिल रही है। इस टनल के लिए और टनल के अंदर साइनेज की सही व्यवस्था नहीं हैं। कहीं साइनेज नहीं लगाए गए हैं तो कहीं साइनेज का फॉन्ट इतना छोटा है की पास जाकर वाहन रोककर देखना पड़ रहा है। इस टनल के सहारे इंडिया गेट जाने के लिए प्रगति पावर प्लांट पर दो रैंप बनाए गए हैं लेकिन एंट्री पॉइंट्स पर साइनेज ही नहीं है। वहीं साउथ दिल्ली से आ रहे लोगों को इन्द्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के पास से इस रोड पर प्रवेश करना है।
लेकिन यहाँ भी साइनेज की सुविधा नहीं दी है। ऐसे में यात्रियों को पता चल ही नहीं पा रहा है कि टनल खुली है या नहीं। वहीं टनल के अंदर भी साइनेज की अच्छी व्यवस्था नहीं हैं। यहाँ साइनेज बोर्ड और फॉन्ट काफी छोटे हैं ऐसे में वाहन चालक को बोर्ड के पास गाड़ी रोककर देखना पड़ता है। ऐसे में पीछे से आने वाली गाड़ी को भी स्पीड कम करनी पड़ती है। ऐसे में हादसे भी हो सकते हैं।
टनल के अंदर धूल बनी परेशानी
दरअसल टनल के अंदर धूल भी बड़ी परेशानी बन चुकी है। जैसे ही वाहन टनल में एंटर करते हैं वैसे ही धूल उड़ने लगती है। टनल बड़ी होने के कारण इसे बाहर निकालने का जरिया नहीं है जिसके कारण ये परेशानी भी आ रही है ऐसे में इस धूल के कारण भी हादसे हो सकते हैं। सीसा खोल कर चलने वाले या धूल से परेशानी वाले यात्रियों को भी टनल पार करने में आ रही हैं परेशानी.