दिल्ली नगर के दस्ते ने बुधवार को आइटीओ के पास कब्रिस्तान के साथ हुए अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की। यहां 50 से अधिक ढांचे अवैध रूप से बनाए गए थे, निगम की टीम ने इन सभी को ध्वस्त किया। यहां किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए काफी पहले से योजना बनाई जा रही थी मगर किसी न किसी वजह से एक्शन नहीं हो पा रहा था। अब बुधवार को निगम ने पुलिस टीम की मौजूदगी में कार्रवाई की।
मालूम हो कि निगम ने इसके लिए पत्र लिखकर दिल्ली पुलिस उपायुक्त से फोर्स मांगी थी। पत्र में दो दिन तक अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही गई थी। निगम के अनुसार यहां पर 50 से अधिक अवैध ढांचों को गिराया जाना है। ऐसे में 22 और 23 जून के लिए दिल्ली पुलिस सुरक्षा मुहैया कराए। निगम के रिकार्ड में यह स्थान सिंगल-वे सार्वजनिक गली हैं, जिसमें लोगों ने कब्जा कर निर्माण कर लिया है। एक स्वयंसेवी संस्था की शिकायत पर हाई कोर्ट के आदेश के बाद यह कार्रवाई होनी है।
उल्लेखनीय है कि निगम ने पहले 30 मई और एक जून को कार्रवाई करने की तैयारी की थी, लेकिन प्रशासनिक कार्यो के कारण इसे टाल दिया गया था। निगम के एक अधिकारी ने बताया 50 प्रतिशत अवैध कब्जेदारों ने जगह खाली कर दी है। इन कब्जेदारों को जनसुनवाई के लिए सभी मौके दिए गए, लेकिन वे मालिकाना हक संबंधी दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा सके। इसी वजह से कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
तैयार किया गया पीछे पीछे रास्ता.
कब्रिस्तान के बराबर में कब्जा कर एक पूरी लेन बना ली गई है जिसमें पुस्तकों की बिक्री के साथ ही खान-पान और जीवन बीमा से संबंधित आफिस चलते हैं। हैरानी की बात है कि मूल कब्जेदारों ने इन दुकानों को लाखों की राशि में दूसरे लोगों को बेच दिया था। यहां पहले निगम ने अवैध निर्माण के कारण बिजली के कनेक्शन भी काट दिए थे। अतिक्रमण इस हद तक है कि दो-दो मंजिला दुकानें बनाकर उन्हें किराये पर चलाया जा रहा है।