देश की राजधानी दिल्ली में बढ़ रही बिजली की मांग को पूरा करना बिजली वितरण कंपनियों व दिल्ली सरकार के लिए बड़ी चुनौती है। इसे ध्यान में रखकर जरूरत के अनुसार बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करने और बिजली नेटवर्क को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इसके साथ ही बिजली की खपत को कम करने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। बिजली की खपत कम करने के लिए तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। इसमें स्मार्ट मीटर की महत्वपूर्ण भूमिका है।
टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) के नए स्मार्ट मीटर से रीयल टाइम लोड मालूम कर उपभोक्ता खपत घटा रहे है। एक साल में उपभोक्ताओं ने लगभग छह करोड़ यूनिट बिजली की बचत की। इस प्रयास से पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिल रही है। बिजली बचने से लगभग 60 टन कार्बन उत्सर्जन रुका है।कोरोना काल के पहले टीपीडीडीएल ने अपने बिजली वितरण क्षेत्र में लगे उपभोक्ताओं के मीटर को स्मार्ट मीटर में बदलने की शुरुआत की थी।
वर्ष 2025 तक 18 लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं के बिजली मीटर बदलकर स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य रखा गया है। पहले चरण में तीन फेज वाले 50 हजार और तीन फेज वाले दो लाख मीटर बदलने की योजना बनाई गई। दूसरे चरण में साढ़े पांच लाख स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य है।
कोरोना संकट की वजह से यह काम बुरी तरह से बाधित हुआ लेकिन अब एक बार फिर यह काम आगे बढ़ रहा है। लगभग 2.80 लाख स्मार्ट लग चुके हैं। स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता को अपनी बिजली की खपत पर और अधिक नियंत्रण रहता है। उसे यह जानकारी मिलती है कि किस समय ज्यादा बिजली खर्च होती है। इसके हिसाब से वह बिजली की खर्च को नियंत्रित कर सकता है। बिजली का लोड बढ़ने पर उपभोक्ता गैर जरूरी उपकरण को बंद करके इसे कम कर सकता है।
इससे पीक आवर में बिजली वितरण कंपनी को राजधानी दिल्ली में बिजली प्रबंधन करने में मदद मिलेगी। स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता को बिजली खपत की सही रीडिंग भी मिलती है। बिजली लाइन में खराबी की जानकारी बिजली वितरण कंपनी को तुरंत मिल जाती है, जिससे उसे ठीक कर जल्द से जल्द बिजली आपूर्ति बहाल करने में मदद मिलती है। टीपीडीडीएल के अधिकारियों का कहना है कि स्मार्ट मीटर समय की जरूरत है। इससे बिजली प्रबंधन बेहतर करके निर्बाध बिजली आपूर्ति की जा सकती है।
घरों में अपनाएं ये तरीके
- रात को और बिना काम की बिजली को बंद रखें। दिन में रोशनी होने की सूरत में बिना वजह बल्ब या ट्यूब लाइट न जलाएं।
- घरों में हमेशा एलईजी बल्ब का इस्तेमाल करें।
- गीजर और वाटर हीटर का तापमान कम पर रखें। हालांक दिल्ली में इसकी जरूरत नवंबर के बाद ही पड़ती है।
- फ्रिज का सही से इस्तेमाल करें।
- इसी तरह घरों में वाशिंग मशीन के सही इस्तेमाल से बिजली बिल घटा सकते हैं।
- एयर कंडीशनर (AC) का इस्तेमाल शौकिया तौर पर नहीं करें। जरूरत पड़ने पर ही चलाएं।