मानसून के दौरान दिल्ली में होने वाले जलभराव को लेकर लोक निर्माण विभाग का इस बार पंप लगाने पर जोर रहेगा। इस बार दिल्ली भर में 1500 से अधिक पंप लगाए जाएंगे। इस बार अंडरपास खास नजर रखी जा रही है। अंडरपास पर नया निगरानी सिस्टम लगाया जाएगा।
इसके तहत सीसीटीवी कैमरे के साथ साथ वाटर लेवल सेंसर भी लगाए जाने की योजना है। इस बार दिल्ली भर में प्रमुख सड़कों पर जो पंप लगाए जाएंगे। उनमें से 936 पंप लोक निर्माण विभाग के हैं। इसमें से 600 पंप स्थाई तौर पर लगे हुए हैं, जबकि 336 पंप अस्थायी तौर पर लगाए जा रहे हैं।
पिछले साल 241 पंप अस्थायी तौर पर लगाए गए थे। यानी इस साल पिछले साल की अपेक्षा 95 पंप अतिरिक्त लगाए जाने की योजना है। विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि विभाग द्वारा 24 घंटे चलने वाला कंट्रोल रूम 15 जून से शुरू कर दिया जाएगा।
जलभराव वाले स्थानों पर नजर रखने के लिए पंप के साथ विभाग की टीमें भी तैनात की जाएंगी। । जो पंप लगाए जाएं उन्हें ठीक हालत में रखने और समय पर चलाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
25 अंडरपास पर लगेंगे सीसीटीवी कैमरे
मानसून के दौरान इस बार लोनी रोड गोल चक्कर, जखीरा अंडरपास और आइटीओ डब्ल्यूएचओ प्वाइंट पर कैमरे की नजर रहेगी। यहां जलभरव रोकने के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।अतिरिक्त पंप लगाए जा रहे हैं। वाटर अलार्मिंग सिस्टम लगेंगे।लगातार निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाने की तैयारी हो रही है।
पीडब्ल्यूडी मुख्यालय में बनने वाले कंट्रोलरूम से इन प्वाइंटों पर निगरानी की जाएगी। योजना के तहत प्रत्येक अंडरपास पर दो कैमरे अंडरपास के दोनों ओर लगाए जाएंगे।। एक कैमरा पानी भरने वाले स्थान पर लगाया जाएगा, जबकि एक कैमरा पंपिंग स्टेशन पर लगाया जाएगा। इन कैमरों की 24 घंटे आनलाइन निगरानी होगी। इन्हें विभाग के कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा। जहां से पंपिंग स्टेशन पर लगाए गए कर्मचारियों की गतिविधियों पर भी निगरानी रखी जाएगी। मिंटो रोड, पुल प्रहलादपुर, जखीरा, लोनी गोल चक्कर सहित 25 अंडरपास पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना है।
विभाग का मानना है कि सीसीटीवी कैमरों से आनलाइन निगरानी कर अंडरपास के हालात पर नजर रखी जा सकती है। इससे यह पता चल सकता है कि अंडरपास में किस समय कितना पानी भरा और कितनी देर में निकला। विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 25 अंडरपास पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना पर विचार किया जा रहा है।इसमें पहले उन अंडरपास पर कैमरे लगाए जाएंगे। जहां पर आसानी से कैमरे लग सकते हैं।