कफ सीरप के दुष्प्रभाव से तीन बच्चों की मौ; त का मामला सामने आया है। यह मामला करीब साढ़े चार माह पहले का है। अब जांच रिपोर्ट आने के बाद यह बात सामने आई है कि उन बच्चों को डेक्सट्रोमेथार्फन सीरप दी गई थी। इसके विषाक्त होने से बच्चों की मौत हुई। लिहाजा, केंद्र सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय को निर्देश दिया है कि वह मोहल्ला क्लीनिकों, डिस्पेंसरियों को नोटिस जारी करे कि चार साल से कम उम्र के बच्चों को यह सीरप न दी जाए।
डीजीएचएस द्वारा कहा गया है कि जांच में यह बात सामने आई है कि मोहल्ला क्लीनिक में बच्चों यह कफ सीरप दी गई थी।
तबीयत बिगड़ने से 16 बच्चे कलावती सरन अस्पताल में भर्ती कराए गए थे। उनमें से तीन की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने सीरप की जांच की। इस जांच में सीरप की गुणवत्ता ठीक नहीं पाई गई है। यही वजह है कि डीजीएचएस ने यह निर्देश दिया है कि डेक्सट्रोमेथार्फन सीरप तुरंत हटा ली जाए। ऐसे में अभिभावकों को भी चाहिए कि वे डेक्सट्रोमेथार्फन सीरप का इस्तेमाल तत्काल प्रभाव से बंद कर दें या फिर डाक्टरों की सलाह से करें।
इसके साथ ही दिल्ली के ड्रग कंट्रोलर को भी इस मामले से अवगत करा दिया है,
ताकि ड्रग कंट्रोलर इस मामले में उचित कार्रवाई कर सकें। बताया जा रहा है कि इस मामले में अभी आगे जांच चल रही है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डा. नूतन मुंडेजा ने कहा कि यह मामला सामने आने के बाद सभी मोहल्ला क्लीनिक व डिस्पेंसरियों से उस कफ सीरप को हटा लिया गया है और उसका इस्तेमाल बंद कर दिया गया है।