दिल्ली में पहले ही लोगों को बताया गया था कि पिछले साल की तुलना में इस साल अगर मात्र 50% भी पटाखे जलाए जाते हैं तो उससे दिल्ली के प्रदूषण का स्तर खतरनाक से इमरजेंसी स्तर तक पहुंच जाएगा.
Delhi | Air quality at Janpath in 'hazardous' category – Pm2.5 at 655.07 (presently) pic.twitter.com/3QnBAvBGPy
— ANI (@ANI) November 4, 2021
दिल्ली में पटाखों के ऊपर लगे प्रतिबंध के बावजूद लोगों ने पटाखों को जमकर छोड़ा है जिसके वजह से अब एयर क्वालिटी इंडेक्स पर दिल्ली इमरजेंसी स्तर पर पहुंच गया है.
बात अगर जनपद की की जाए तो कई जगह 600 से 700 एयर क्वालिटी इंडेक्स के बीच में माप रिकॉर्ड की गई है. प्रदूषण का आलम यह है कि एक मोटी चादर प्रदूषण की दिल्ली के ऊपर बन चुकी है.
Thank you #Delhi #NCR Gurgaon for fu*king yourself in the lungs! It’s clear we don’t care about law or anything as we are addicts. Hollow society that tells what to eat, what a woman should wear, misplaced morals, but ready to kill others for a cracker fix! #shame #HappyDiwali pic.twitter.com/VihyHuJoR4
— Ashutosh | आशुतोष | آشوتوش (@AshBeeFRY) November 5, 2021
लगातार भारी संख्या में अस्पतालों को यह फोन मिल रहे हैं कि लोगों के गले में खराश खुजली के साथ-साथ आंखों में पानी आने की समस्याएं आ रही हैं. इतना ही नहीं अस्थमा से जुड़े लोगों को लगातार सास से जुड़ी समस्याएं परेशान कर रही हैं.