दिल्ली मेट्रो रेल निगम फेज चार के तीन मेट्रो कारिडोर के लिए स्टैंडर्ड गेज की 48 मेट्रो ट्रेनें खरीदेगा। इसके लिए यह डीएमआरसी ने प्रक्रिया शुरू कर दी और टेंडर जारी किया है। ये मेट्रो ट्रेनें चालक रहित स्वचालित तकनीक पर आधारित होंगी। इनमें से ज्यादातर मेट्रो ट्रेनें भारत में भी निर्मित होंगी।
- फेज चार में निर्माणाधीन जनकपुरी पश्चिम-आश्रके आश्रम कारिडोर मजेंटा लाइन की विस्तार परियोजना है।
- वहीं मजलिस पार्क-मौजपुर कारिडोर पिंक लाइन का हिस्सा है।
- मजेंटा व पिंक लाइन पर संचार आधारित सिग्नल सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है।
- इसलिए इन दोनों मेट्रो लाइन पर स्वचालित तकनीक वाली मेट्रो का परिचालन होता है।
बता दें कि मौजूदा समय में इन दोनों मेट्रो लाइन के लिए डीएमआरसी के नेटवर्क में 78 ट्रेनें हैं। जिसमें 63 मेट्रो ट्रेनों का परिचालन होता है। 38 मेट्रो ट्रेनों का परिचालन पिंक लाइन पर और 25 मेट्रो ट्रेनों का परिचालन मजेंटा लाइन पर होता है। अभी इन दोनों मेट्रो लाइन की ट्रेनों में यात्रियों की ज्यादा भीड़ नहीं होती लेकिन फेज चार की परियोजनाएं पूरी होने पर यात्रियों की संख्या बढ़ेगी, इसलिए डीएमआरसी ने 288 कोच खरीदने की प्रक्रिया शुरू की है।
स्टैंडर्ड गेज की मेट्रो में छह कोच होते हैं। इस लिहाज से 48 मेट्रो ट्रेनें खरीदी जाएंगी। इसमें से 39 मेट्रो ट्रेनें मजेंटा व पिंक लाइन पर चलेंगी। वहीं नौ मेट्रो ट्रेनें एरोसिटी-तुगलकाबाद कारिडोर के लिए खरीदी जाएंगी। मौजूदा समय में मेट्रो के नेटवर्क में 336 ट्रेनें हैं।
गौरतलब है कि देश में कोविड-19 के मामलों में हुए सुधार के चलते आने वाले दिनों में निर्माण कार्य में और तेजी संभव हो सकेगी। साइटों पर मजदूरों के लिए टीकाकरण कैंप लगाए गए हैं तथा और कैंप लगाए जाने की संभावना है। मजदूरों के बीच टीकाकरण से होने वाले लाभ के बारे में जागरुकता उत्पन्न करने के लिए एक अभियान भी चलाया जा चुका है।
हालिया दिनों में डीएमआरसी अपने फेज-IV के विस्तार के एक भाग के रूप में प्राथमिकता वाले तीन कॉरिडोरों पर 65 कि.मी. नई लाइनों के निर्माण में लगी है। इन कॉरिडोरों के वर्ष 2025 तक पूरा होने की संभावना है। हालांकि कोविड के हालात को देखते हुए कार्य पूरा किए जाने के लिए लक्ष्यों की तदनुसार समीक्षा की जाएगी।