दिल्ली में फरवरी के महीने में हुई सांप्रदायिक हिंसा के मामले में हाल ही में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की है। हालांकि चार्जशीट में दाखिल नामों को लेकर अभी से सवाल उठ रहे हैं। इस पर सवाल उठाने वालों में नया नाम पूर्व आईपीएस अफसर जूलियो रिबेरो का है।
इस मामले में जूलियो रिबेरो ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को फिर से चिट्ठी लिखी है। उन्होंने दिल्ली दंगों पर निष्पक्ष जांच की मांग की है। उनका कहना है कि दिल्ली दंगों से पहले बीजेपी के तीन नेताओं पर भड़काऊ भाषण देने के आरोप लगे हैं। दिल्ली पुलिस द्वारा इन नेताओं के भड़काऊ भाषण की अनदेखी की जा रही है।
इन नेताओं में कपिल मिश्रा, अनुराग ठाकुर और परवेश शर्मा है। जूलियो रिबेरो ने पहली चिट्ठी में इन तीन नेताओं का नाम लिया था। दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने आश्वासन दिया है कि न्यायपूर्ण तरीके से ही जांच की जा रही है।
दिल्ली में फरवरी में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन ने हिंसा का रूप ले लिया था, जिसमें 53 की मौत, 200 घायल व करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ था।