लैंडलाइन फोन से मोबाइल नंबर पर कॉल करने के लिए जल्द ही आपको नंबर से पहले “शून्य” लगाने की जरूरत पड़ सकती है। दूरसंचार विभाग ने इस संबंध में दूरसंचार नियामक ट्राई की सिफारिश को मान लिया है। टेलीकॉम कंपनियों को पहली जनवरी तक इस संबंध में सभी जरूरी व्यवस्था कर लेने का निर्देश दिया गया है। इस कदम से टेलीकॉम सेवाओं के लिए नंबरिंग स्पेस बनाने में मदद मिलेगी।
दूरसंचार विभाग ने एक सर्कुलर में कहा कि फिक्स्ड लाइन स्विच में इस संबंध में बदलाव किया जाएगा, ताकि नंबर मिलाते समय व्यक्ति को यह जानकारी मिल सके कि उसे “शून्य” डायल करना है। जब भी कोई व्यक्ति लैंडलाइन फोन से मोबाइल नंबर मिलाते समय नंबर से पहले “शून्य” नहीं लगाएगा, तब उसे इस संदर्भ में निर्देश सुनाई देगा। ट्राई ने 29 मई, 2020 को इस संबंध में सिफारिश की थी।
ट्राई ने उस समय स्पष्ट किया था कि इस कदम का उद्देश्य टेलीफोन नंबर में अंकों की संख्या बढ़ाना नहीं है। साथ ही ट्राई ने कहा था कि डायलिंग पैटर्न में इस बदलाव से मोबाइल सर्विस के लिए 254.4 करोड़ अतिरिक्त नंबरिंग रिसोर्स मिल सकेंगे। भविष्य की जरूरतों को देखते हुए यह मददगार होगा। लैंडलाइन से लैंडलाइन, मोबाइल से लैंडलाइन और मोबाइल से मोबाइल पर कॉल लगाने की व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
नंबर से पहले “शून्य” डायल करने के लिए सभी फिक्स्ड लाइन सब्सक्राइबर्स को “जीरो डायलिंग फैसिलिटी” दी जाएगी। इसे एसटीडी डायलिंग फैसिलिटी भी कहा जाता है। दूरसंचार विभाग ने कहा कि टेलीकॉम कंपनियों को जरूरी बदलाव के लिए पहली जनवरी तक का समय दिया गया है।