रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के संपादक अर्नब गोस्वामी को हाई कोर्ट से राहत नहीं मिली है ।
करीब 2 साल पुराने आर्किटेक्ट आत्महत्या मामले में अर्नब को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। अर्नब ने अपनी गिरफ्तारी को पूरी तरह से गैरकानूनी बताया और जमानत के साथ-साथ खुद पर लगे आरोपों को रद्द करने की याचिका भी उच्च न्यायालय में दायर करी थी।
ट्वीट करके जताया समर्थन….
कई जाने-माने बड़े-बड़े वकील भी अर्नब के लिए इस मामले में काफी जद्दोजहद कर रहे थे पर फिर भी कोर्ट ने अर्नब को कोई राहत प्रदान नहीं की।तो वहीं देश के कई पत्रकार अर्नब के समर्थन में आए हैं और उन्होंने इसे प्रेस और व्यक्ति की आजादी का हनन बताया है। देश के कई बड़े-बड़े पत्रकारों ने ट्वीट करके अर्नब को समर्थन दिया है।
मिल कर छीनी जा रही है प्रेस की आज़ादी…
वही पत्रकार अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी के बाद भाजपा नेताओं ने अर्नब के समर्थन में विरोध प्रदर्शन भी किया और साथ ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी भी की।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना और कांग्रेस मिलकर मीडिया की स्वतंत्रता छीन रही है । जिस तरह से अर्नब की गिरफ्तारी हुई है वह निंदनीय है।