तीनों नए केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन में शामिल एक बुजुर्ग किसान कश्मीर सिंह ने शनिवार सुबह गाजियाबाद नगर निगम के दिव्यांग शौचालय में फांसी लगा ली। सफाई कर्मी शौचालय में जब सफाई करने पहुंचा तो उसे शव शौचालय में लटका मिला। इसके तुरंत बाद नगर निगम के सफाई कर्मचारी ने इसकी जानकारी किसान नेताओं को दी। शव मिलने की जानकारी मिलते ही आंदोलन में आए किसानों के बीच हड़कंप मच गया। इसके बाद किसान नेताओं ने बुजुर्ग किसान की आत्महत्या की सूचना पुलिस को दी । आपको बता दे रामपुर जिले के रहने वाले 70 वर्षीय कश्मीर सिंह पिछले काफी दिनों से आंदोलन में शामिल थे। जहां पर उनका बेटा और पोता भी कई दिनों से किसानों के लिए लंगर सेवा में दे रहे थे। घटना स्थल पर किसान कश्मीर सिंह का सुसाइड नोट मिला है।
आंदोलन को लेकर सरकार के बरताव को देखते हुए वह परेशान थे, जिसके कारण उन्होंने यह कदम उठाया। 2 पेज के लिखे सुसाइड नोट में उन्होंने बताया कि- यह सरकार सुन नहीं रही है, इसलिए अपनी जान दे रहा हूं ताकि कोई हल निकल सके। इसलिए अंतिम संस्कार आंदोलन स्थल पर करने की इच्छा जताई है। खबर सुसाइड नोट को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।