पूर्व केंद्रीय मंत्री बूटा सिंह का निधन शनिवार सुबह 6.25 बजे दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में उनका निधन हो गया। वह अपने बेटे देवली से पूर्व विधायक अरविंदर सिंह लवली के साथ जंगपुरा में रह रहे थे। मिली जानकारी के मुताबिक, शनिवार दोपहर 12 बजे उनका पार्थिव शरीर एम्स से घर लाया जाएगा। इसके बाद शाम 4 बजे निगम बोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। सरदार बूटा सिंह को पंजाब के एक बड़े दलित नेता के रूप में जाना जाता था। बूटा सिंह कांग्रेस की कई सरकारों का हिस्सा रह चुके हैं। उन्हें इंदिरा गांधी के साथ-साथ पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का भी करीबी कहा जाता था।
पिछले साल अक्टूबर महीने में पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सरदार बूटा सिंह को ब्रेन हैमरेज के चलते एम्स में भर्ती कर दिया गया था। इसके बाद से उनकी हालत में कुछ खास सुधार नहीं हुआ ।तब से से ही सरदार बूटा सिंह की हालत नाजुक बताई जा रही थी। आखिरकार शनिवार सुबह उनका नीधन हो गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी बूटा सिंह के निधन पर शोक जताया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्वीट किया – ‘बूटा सिंह गरीबों और दलितों के कल्याण के लिए अनुभवी प्रशासक और प्रभावी आवाज थे। उनके निधन से दुखी हूं। बूटा सिंह के परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’