दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को गुरुवार से वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा। एनएचएआई ने दावा किया है कि एक अप्रैल से वाहन फर्राटा भरने लगेंगे। परियोजना के तैयार होने का वीडियो सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भेज दिया गया है। एक्सप्रेसवे चालू होने पर 50 हजार से ज्यादा वाहन चालकों को राहत मिलेगी। हालांकि उद्घाटन से पहले ही वाहन चालकों ने सोमवार को एक्सप्रेसवे की बैरिकेड हटाकर चलना शुरू कर दिया है।
एनएचएआई के परियोजना निदेशक मुदित गर्ग ने बताया कि एक्सप्रेसवे शुरू होने पर दिल्ली से देहरादून तक का सफर आसान हो जाएगा। दिल्ली से देहरादून की तरफ जाने वाले वाहन मेरठ परतापुर में एक्सप्रेसवे से उतरकर सीधे एनएच-58 पर प्रवेश कर जाएंगे। वाहन चालक अभी मुरादनगर वाया मोदीनगर से होकर निकल रहे हैं। अभी जाम में फंसने से काफी परेशानी उठानी पड़ती है। मुदित गर्ग ने बताया कि खंड दो (यूपी गेट से डासना) चिपियाना में रेलवे ओवर ब्रिज का काम चलता रहेगा। यहां तीन पुल बनाए जाने हैं, जिन्हें पूरा होने में समय लगेगा। खंड दो 19 किलोमीटर लंबा है और यह 14 लेन का है। इसमें छह लेन एक्सप्रेसवे और आठ नेशनल हाईवे की है।
आरओबी के निर्माण कार्य के साथ वाहन चलते रहेंगे। खंड चार डासना से मेरठ 32 किलोमीटर लंबा है। यह भी बनकर तैयार हो गया। खंड दो और खंड चार को आपस में जोड़ने वाली 700 मीटर लंबी एलिवेटेड रोड तैयार है। टोल प्लाजा बनाने का काम अभी चल रहा है। एक सप्ताह के अंदर टोल प्लाजा शुरू हो जाएंगे। इसके बाद किलोमीटर के हिसाब से चालकों से टोल वसूल किया जाएगा।
मेरठ एक्सप्रेसवे पर वाहन एक सप्ताह टोल दिए बिना निकलेंगे
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे बेशक बनकर तैयार हो गया हो, लेकिन अभी किसी भी खंड पर टोल प्लाजा नहीं बने हैं। केवल बूथ ही तैयार हो सके हैं। उनमें कंप्यूटर लगाने और बिजली कनेक्शन का काम चल रहा है। टोल शुरू होने में पांच से सात दिन का समय लगेगा। जब तक टोल तैयार नहीं हो जाते तब तक वाहन चालकों से टोल वसूली नहीं की जाएगी।
100 की गति से दौड़ेंगी कार
मेरठ एक्सप्रेसवे पर 100 की गति से कार दौड़ेंगी। 80 की रफ्तार से अन्य वाहन चलेंगे। परियोजना निदेशक ने बताया कि एक्सप्रेसवे का डिजाइन 120 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से कार चलाने का है। लेकिन खंड चार पर कार 100 की रफ्तार से चलेंगी, क्योंकि खंड-2 और खंड-3 डासना से हापुड़ के बीच रफ्तार 100 और 80 है। रफ्तार को लेकर वाहन चालक दुविधा में न रहे इसलिए खंड चार में भी रफ्तार 100 और 80 रखी है। खंड-एक दिल्ली में वाहनों की गति 70 किलोमीटर प्रति घंटा है। इसे बढ़ाने की तैयारी चल रही है।