जल्द ही दिल्ली से जयपुर, उदयपुर, अमृतसर, बद्रीनाथ जैसी जगहों पर जल-विमान की शुरुआत हो सकती है। मुंबई से भी कई जगहों के लिए जल-विमान सेवा शुरू हो सकती है। सरकार ने पिछले महीने इन जगहों से जल-विमान सेवा शुरू करने के लिए कंपनियों से आवेदन मांगे हैं। स्पाइसजेट समेत कई कंपनियों ने जल-विमान सेवा शुरू करने में दिलचस्पी दिखाई है। अभी देश में सिर्फ अहमदाबाद के साबरमती से केवड़िया तक उड़ान उपलब्ध है।
पीपीपी के तहत शुरू होगी जल विमान सेवा
बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री मनसुख एल.मंडाविया ने बताया कि जल-विमान सेवा के लिए समुद्र का होना जरूरी नहीं है। नदी, तालाब से भी जल-विमान सेवा शुरू की जा सकती है। इसलिए सरकार कई रूट पर निजी-सार्वजनिक सहभागिता (पीपीपी) के तहत सेवा शुरू करना चाहती है। उन्होंने बताया कि मंत्रालय ने पिछले महीने इच्छुक कंपनियों से आवेदन देने के लिए एक्सप्रेसन ऑफ इंट्रेस्ट (ईओआइ) जारी किया था। कई कंपनियों ने इसमें दिलचस्पी दिखाई है।
कई रूट पर यह सेवा शुरू होने से भारत में जल-विमान की मैन्यूफैक्चरिंग भी शुरू हो सकती है। इससे जुड़ा एक पूरा उद्योग शुरू होने की संभावना है। इस सेवा से जुड़ी ढांचागत सुविधा के विकास के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय की मंजूरी से सागरमाला डेवलपमेंट कंपनी के साथ स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) का गठन किया जा रहा है जिसके जरिये सागरमाला जल-विमान सर्विस का संचालन होगा।
जल-विमान के अन्य संभावित रूट
- दिल्ली- टेहरी,
- दिल्ली-श्रीनगर (उत्तराखंड)
- केदारनाथ-बद्रीनाथ,
- दिल्ली-चंडीगढ़,
- चंडीगढ़- डलहौजी,
- चंडीगढ़- अमृतसर,
- मुंबई-लोनावाला,
- मुंबई- गणपति पुले,
- मुंबई- शिरडी,
- सूरत-द्वारका,
- सूरत-मांडवी,
- सूरत-कांडला
ज्ञात हो कि गुजरात में सी-प्लेन सेवा की शुरुआत पीएम नरेंद्र मोदी ने नवंबर में की थी। अहमदाबाद से केवड़िया की 200 किलोमीटर की यात्रा सी-प्लेन से 45 मिनट में होती है। इस सी-प्लेन में 19 पर्यटक एक साथ बैठ सकते हैं। केवड़िया में स्टैचू ऑफ यूनिटी के दर्शन के साथ वहां दो रात्रि के विश्राम की योजना है।