180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दिल्ली से मेरठ दौड़ेगा rapid rail
देश में सैटेलाइट आधारित कंटीन्यूअसली ऑपरेटिंग रेफरेंस स्टेशन (कॉर्स) तकनीक का इस्तेमाल पहले रीजनल रेल प्रोजेक्ट का सटीक अलाइनमेंट तैयार करने के लिए किया जा रहा है। दिल्ली, गाजियाबाद और मेरठ तक 82 किमी प्रस्तावित लंबे कॉरिडोर में कॉर्स से rapid rail को 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार मिलेगी।
अब 60 मिनट में तय होगा दिल्ली से मेरठ तक का सफ़र
रैपिड रेल कॉरिडोर सड़कों, रेलवे लाइनों, नदी और फ्लाईओवर के ऊपर से गुजरेगा। देश में पहली बार नई सेटेलाइट आधारित कॉर्स तकनीक को NCRTC ने अपनाने का निर्णय लिया। रैपिड रेल की 160 किमी अधिकतम परिचालन की गति होगी, और 180 किमी की रफ्तार से कॉरिडोर पर ट्रेन चल सकती हैं। दिल्ली से मेरठ की दूरी रैपिड रेल के जरिये 60 मिनट में तय की जा सकेगी। आरआरटीएस कॉरिडोर के साथ साथ कॉर्स रेफरेंस हर 10 से 15 किमी पर स्टेशनों में स्थापित किया गया है।
550 पिलर्स का निर्माण कार्य NCRTC ने किया पूरा
NCRTC ने 3.5 किमी एलिवेटेड ट्रैक और 550 पिलर के निर्माण कार्य को पूरा कर चुके है। साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर और दुहाई स्टेशन के फाउंडेशन का कार्य पूरा होने के बाद कार्य की गति बढ़ी है।