दुनिया की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग अटल टनल (मनाली से लाहौल स्पीति घाटी तक 9.02 किलोमीटर) की तरह ही अरावली की पहाड़ियों में भी 4.69 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण किया जाएगा। यह सुरंग कुंडली मानेसर पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे के समानांतर 121.7 किलोमीटर लंबे हरियाणा आर्बिटल रेल कारिडोर में बनाई जाएगी। कारिडोर का निर्माण हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड करवाएगी।
अरावली की पहाड़ियों में बनने वाली इस सुरंग को लेकर हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड काफी उत्साहित है। इसका कारण यह भी है कि एक तो यह कारिडोर कुंडली से मानेसर तक नए विकसित हो रहे औद्योगिक व रिहायशी क्षेत्रों के लिए लाइफ लाइन बनेगा, दूसरे पहाडि़यों के बीच निकलने वाली 4.69 किलोमीटर लंबी सुरंग दिल्ली-एनसीआर के लिए एक दर्शनीय स्थल बनेगा।
हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड ने सुरंग निर्माण के लिए निविदा प्रक्रिया चालू वित्तीय वर्ष में दिसंबर माह तक पूरी करने लेने का दावा किया है। निविदाएं जुलाई माह के दौरान ही आमंत्रित की जाएंगी। इसके लिए हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड ने सुरंग निर्माण क्षेत्र की 20 कंपनियों के अधिकारियों के साथ मंत्रणा की।
नई दिल्ली में हरियाणा भवन में हुई बैठक में सुरंग निर्माण क्षेत्र की कपनियों के प्रतिनिधियों के साथ हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड ने गहन मंत्रणा के दौरान सुरंग निर्माण की नवीनतम तकनीकों व कार्यविधियों पर सुरंग निर्माण कंपनियों के साथ गहन विचार-विमर्श किया। सुरंग निर्माण कार्य में सामान्यतया आने वाले चुनौतियों के संदर्भ में भी कंपनियों के साथ विचार-विमर्श हुआ।
हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राजेश अग्रवाल का कहना है कि निविदा प्रक्रिया पूर्ण होने के उपरांत 30 माह की समयावधि में हरियाणा आर्बिटल रेल कारिडोर सुरंग का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। बैठक में दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड के पूर्व प्रबंध निदेशक व टनल एसोसिएशन आफ इंडिया के अध्यक्ष तथा हरियाणा आर्बिटल रेल कारिडोर के प्रधान विशेषज्ञ मंगू सिंह भी मौजूद रहे।