बढ़े खाद्य तेलों के दाम लगा महंगाई का झटका
एक बार फिर कोरोना काल में महंगाई सातवें आसमान पर पहुँच गया है। रोजमर्रा की जरूरतों में शामिल खाद्य तेलों के दाम लगातार बढ़ते ही जा रहे है। खाद्य तेल जैसे सरसों तेल, पाम ऑयल, सोयाबीन, सन फ्लॉवर, राइस ऑयल, तिल का तेल समेत सभी वेजिटेबल oil की कीमतों में वृद्धि हुई है। 150-170 रुपये प्रति लिटर से कम खुदरा भाव में कोई भी खाद्य तेल नहीं मिल रहा है।
महंगाई का मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में हैं तेजी
खाना पकाने के लिए इस्तेमाल होने वाले खाद्य तेलों की कीमतों में वृद्धि हुई है। इस महंगाई के पीछे का मुख्य कारण चीन का भंडारण और अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी है। फसल बेहतर होने पर ही जून-जुलाई से तेल के भाव कम होने की उम्मीद है।
कितनी टन है खाद्य तेल की खपत
दिल्ली – 15 सौ टन की खपत है
भारत – पूरे साल में 200 लाख टन की खपत होती है।भारत में खपत होने वाला खाद्य तेल 75 प्रतिशत विदेशों से आता है।