दिल्ली के महरोली में रहने वाले एक परिवार में 6 लोगों को कुट्टू का आटा खाने से फूड पाॅइजनिंग हो गया । उनका कहना था की कट्टु का आता खाने की वजह से उन्हें पहले पेट में दर्द होना शुरू हुआ डॉक्टर के पास गए तोह पता लगा यह सभी पोइसिनिंग से ग्रसित है। यह सिर्फ एक पहला मामला नहीं है इसके अलावा कुटु का आटा खाने से खिचड़ीपुरी के लाल बहादुर अस्पताल में 800 से अधिक लोग बीमार होकर पहुंचे हैं, कल्याणपुरी, खिचड़ीपुर और त्रिलोकपुरी में भी कुट्टू का अट्टा खाने से काफी संख्या में लोग को पेट मे दर्द, उल्टी, चक्कर और कंपकंपी जैसी परेशानियां हो रही है जिसकी वजह से लोग अस्पताल पहुंच रहे है।

Field Of Buckwheat In Brazil 650 071719020356 दिल्ली : व्रत में खा रहे है कट्टु का आटा तो हो जाये सावधान , पेट मे दर्द, उल्टी, चक्कर और कंपकंपी जैसी हो रही है परेशानी

ऐसे करता है नुकसान

कट्टु का आता ज्यादातर व्रत के दौरान लोग खाते है , जब लोग अन्न नहीं कहते तब वह कट्टु के आटे से बानी पूरी ,इडली पराठे या रोटियां बनाते है। पर यह कितना नुक्सान दायक है यह आम लोगों को नहीं पता चल पता ,इसके प्रयोग के चार-सात घंटे के बाद एलर्जिक एक्टिविटीज होती हैं। इससे रिएक्शन जैसे लक्षण दिखते हैं। पेट में तीव्र मरोड़ के साथ दर्द, उल्टी, दस्त, मतिभ्रम (बौखलाहट व स्मृति दोष) हो जाता है। मूत्र से नियंत्रण कम होने लगता है। यहां तक कि मस्तिष्क में खून की नलियों में इसका अत्यधिक असर पड़ता है।

ऐसे करें स्व:परीक्षण

कुट्टू का प्रयोग करने से पहले खाली पेट इसको थोड़ी मात्रा (20-50 ग्राम) में सेवन करके देख लें। बच्चों को इसको बिल्कुल न दें। एलर्जी होने पर इस्तेमाल से बचें। सब्से बेहतर इस्तेमाल आप तब कर सकते है जब आप इसका खुला पैकेट न ले , साबुत दाना लेकर घर पर सफाई से पिसवाने और फंगस व नमी से बचाकर रखने पर इतनी परेशानी नहीं होती है।