शास्त्री पार्क मेट्रो स्टेशन पर यात्रा की आपाधापी में एक यात्री दो लाख रुपये से भरा बैग भूल गया। लावारिस बैग पर नजर पड़ने पर वहां सुरक्षा में तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के जवान सकते में आ गए। जांच में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिलने पर बैग को खोला गया तो उससे रुपये बरामद हुए। उसे सुरक्षित रखवा दिया गया और यात्री के आने पर रुपये उन्हें सौप दिए गए। रुपये सुरक्षित मिलने पर यात्री ने जवानों की सतर्कता और ईमानदारी की सराहना की।
शास्त्री पार्क मेट्रो स्टेशन की घटना
सीआइएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घटना दस फरवरी की रात करीब साढ़े आठ बजे घटी। शास्त्री पार्क मेट्रो स्टेशन पर तैनात सीआइएसएफ के जवानों ने बैगेज जांच मशीन के समीप एक लावारिस बैग पड़ा देखा था। जिसके बाद उन्होने बैग के संबंध में यात्रियों से पूछा, लेकिन किसी ने भी उसपर दावा नहीं किया। इसके बाद सुरक्षा की दृष्टि से बैग की जांच की गई। इसमें बैग में कोई खतरनाक चीज नहीं मिली।
जांच में बैग में मिले दो लाख नौ हजार रुपये
वहीं, तलाशी लेने पर उससे दो लाख नौ हजार रुपये के अलावा बैंक की एक चेक बुक आदि मिली। इस संबंध में स्टेशन नियंत्रक को सूचना देकर बैग के संबंध में उदघोषणा कराई गई। घटना के कुछ देर बाद वहां मूल रूप से पटना के रहने वाले नंद किशोर शाह पहुंचे और अपना बैग भूलने की बात कही।
सामान्य पूछताछ और सत्यापन के बाद उन्हें स्टेशन कंट्रोलर रूम में ले जाया गया और रुपये उनके हवाले कर दिए गए। पूछताछ में यात्री ने बताया कि उन्हें गांधी मार्केट से कुछ कीमती सामान खरीदने थे। खरीददारी के लिए रुपये लेकर जा रहे थे, लेकिन हड़बड़ी में वे बैग स्टेशन पर ही भूल गए थे।