दिल्ली में मिलेगा अब कोरोना का कॉकटेल दवा
दिल्ली में कोरोना महामारी के इलाज में इस्तेमाल होने वाला कॉकटेल ड्रग यानी मोनोक्लोनल एंटीबॉडी 24 मई को लॉन्च हो गया है। दिल्ली में सबसे पहले एंटीबॉडी कॉकटेल दवा का इस्तेमाल 65 साल के एक बुजुर्ग पर अपोलो अस्पताल में किया गया है।
दिल्ली में जब इस दवा को 24 मई को लॉन्च किया गया था, तब 84 साल के एक बुजुर्ग को मेदांता अस्पताल में एंटीबॉडी कॉकटेल दवा दी गई थी। अब तक दिल्ली के मेदांता अस्पताल में 8 मरीजों को एंटीबॉडी कॉकटेल दवा दी जा चुकी है। दिल्ली में इस दवा के इस्तेमाल की तैयारी में कई और अस्पताल भी जुटे हैं।
एंटीबॉडी कॉकटेल देने में लगता है 1 घंटे का वक्त
इस दवा को एंटीबॉडी कॉकटेल इसलिए कहा गया है क्योंकि यह 2 बायलॉजिकल दवाओं के मिश्रण से बना है।कोरोना के एंटीबॉडी कॉकटेल दवा को देने में एक घंटे का समय लगता है।
इस दवा को कोविड पॉजिटिव होने के 48-72 घंटों के भीतर दिया जाना चाहिए। अधिकतम एंटीबॉडी कॉकटेल दवा को 7 दिनों के भीतर दे सकते है।
एंटीबॉडी कॉकटेल दवा के फ़ायदे
यह दवा मनुष्य के एंटीबॉडीज की तरह हैं जो की मनुष्य को प्राकृतिक एंटीबॉडी की तरह इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करता है। इसलिए इस दवा को कोरोना के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा रहा हैं। बीमारी को गंभीर स्थिति तक पहुंचाने से रोकने में एंटीबॉडी कॉकटेल दवा कारगर हैं।