प्रवासी मजदूरों पर तालाबंदी का प्रभाव
दिल्ली में 26 अप्रैल को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक लगाए गए कर्फ्यू के मद्देनजर, दिल्ली में मौजूद प्रवासी मजदूरों ने आपने घरों से बस स्टेशन पर निकलना शुरूं कर दिया है , कई इलाकों से प्रवासी मजदूरों का पलायन हुआ शुरू। मजदूर प्राइवेट बसों से यूपी और बिहार के लिए निकल रहे हैं।गाजियाबाद के कौशांबी डिपो में दोपहर बाद से अचानक भीड़ बढ़ने लगी है काम न मिलने का डर और भुखमाड़ी से डरकर यह मजदुर फिरसे पिछले साल की तरह शर में फसना नहीं चाहते है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल का आश्वाशन
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लॉकडाउन की घोषणा के बाद मजदूरों को यह आश्वाशन दिया था की इस तालाबंदी से मजदुर न घबराए उन्होए खा था की मैं सभी से दिशानिर्देशों का पालन करने का अनुरोध करता हूं,अब हमारे पास कोई और विकल्प नहीं बचा था। दिहाड़ी मजदूर और प्रवासी मजदूरों से अपील है दिल्ली छोड़कर न जाएं ,पर इन मजदूरों के पास भी कोई विकल्प नहीं बचा है , lockdown लगते ही इनके पास काम और अनाज दोनों की कमी हो जाएगी ,इसीलिए यह अपने घर वापस जा रहे है।