दिल्ली और गुड़गांव से राजीव चौक होते हुए सोहना पहुंचने के लिए नए एलिवेटेड कॉरिडोर पर टोल टैक्स के रूप में आपको अपनी जेब काफी ढीली करनी पड़ेगी। यह कॉरिडोर 1 जुलाई से शुरू हो रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 22 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर पर आपको 100 रुपये से ज्यादा का टोल टैक्स चुकाना पड़ेगा। अभी बादशाहपुर के आगे सोहना तक 45 रुपये चुकाने पड़ते हैं। हालांकि, एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पीके कौशिक ने बताया कि 1 जुलाई से सोहना रोड पूरी तरह खुल जाएगा। बड़ी टोल दरों संबंधी आदेश मुख्यालय से नहीं मिले हैं, जिनके आने पर उन्हें लागू किया जाएगा।
कॉरिडोर से गुड़गांव-राजस्थान के लोगों को फायदा
एनएचएआई के अधिकारियों के मुताबिक चूंकि राजीव चौक से बादशाहपुर तक स्ट्रक्चर वाला कॉरिडोर है लिहाजा सरफेस कॉरिडोर के मुकाबले एलिवेटेड रोड पर 10 गुणा ज्यादा टोल टैक्स चुकाना पड़ता है। एनएचएआई में इस प्रोजेक्ट के डायरेक्टर पी के कौशिक के मुताबिक यह कॉरिडोर 6 लेन का है। लिहाजा इस पर 40 हजार वाहनों के गुजरने की क्षमता है। जैसे ही दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर शुरू होगा इस पर ट्रैफिक 4 से 5 गुणा बढ़ जाएगा। इस कॉरिडोर से दिल्ली, हरियाणा खासकर गुड़गांव और राजस्थान के लोगों को बेहद फायदा होगा। इस हाइवे को सोहना से पहले दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर से जोड़ दिया गया है। खास बात यह है कि इस हाइवे के जरिए राजीव चौक गुड़गांव से सोहना तक 15 मिनट में 22 किलोमीटर दूरी पूरी कर ली जाएगी।
राजीव चौक से बादशाहपुर रोड कल से शुरू
यह कॉरिडोर दो हिस्सों में बना है। पहला हिस्सा बादशाहपुर से सोहना तक 13 किलोमीटर पहले ही शुरू हो चुका है। इस पर एक तरफ का टोल टैक्स 45 रुपये रखा गया है जबकि राजीव चौक से बादशाहपुर तक 9 किलोमीटर का एलिवेटेड रोड और सुभाष चौक के पास एक अंडरपास का निर्माण किया गया है। 9 किलोमीटर वाला हिस्सा 1 जुलाई से शुरू हो रहा है। लिहाजा इस पूरे कॉरिडोर पर लोगों को 100 रुपये से ज्यादा का टोल टैक्स चुकाना पड़ेगा। सोहना से पहले इसे दिल्ली मुंबई कॉरिडोर से कनेक्ट किया गया है। दिल्ली से मुंबई कॉरिडोर का गुड़गांव से दौसा तक 220 किलोमीटर लंबा भी जल्द ही शुरू होने वाला है।
कॉरिडोर को 120 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड के लिए किया गया है तैयार
खास बात यह है कि इस कॉरिडोर को भी 120 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड के हिसाब से तैयार किया गया है। इस कॉरिडोर के निर्माण पर करीब 1800 करोड़ की लागत आई है। करीब ढाई साल पहले इस कॉरिडोर को बनाने का काम शुरू हुआ था। लेकिन कोविड और एक स्पैन गिरने के कारण काम में कुछ रुकावटें आईं, लेकिन अब यह जल्द ही लोगों के लिए शुरू होने वाला है।
इस कॉरिडोर से ये होंगे सबसे बड़े फायदे
दिल्ली या गुड़गांव से जयपुर या मुंबई जाने वालों के लिए गुड़गांव के ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिल जाएगा। दिल्ली से एनएच-8 के राजीव चौक से सीधा सोहना रोड के इस कॉरिडोर के जरिए जयपुर और मुंबई तक नॉन स्टॉप पहुंचा जा सकेगा। दूसरा बादशाहपुर और वाटिका चौक पर लगने वाले सबसे बड़े जाम से लोगों को छुटकारा मिल जाएगा। एलिवेटेड इस कॉरिडोर के जरिए बिना रुके अब लोग आ जा सकेंगे।