दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की 25 एकड़ खाली जमीन पर विश्वस्तरीय नर्सरी तैयार की जाएगी। उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने शनिवार को खोजा वाला बाग अशोक विहार में स्थित इस जमीन का निरीक्षण किया। यहां बनने वाली नर्सरी में न सिर्फ देशी-विदेशी पौधों को तैयार किया जाएगा, बल्कि इसे राजधानी में इको-टूरिज्म का बड़ा केंद्र भी बनाया जाएगा।
उपराज्यपाल का कार्यभार संभालने के साथ ही लगातार राजधानी के अलग-अलग क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे विनय कुमार सक्सेना शनिवार को अशोक विहार पहुंचे। उन्होंने यहां डीडीए की जमीन पर विश्वस्तरीय नर्सरी और ईको-टूरिज्म हब बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने एक सप्ताह में डीडीए को इस पूरी योजना की रूपरेखा तैयार करने को कहा है। निरीक्षण के दौरान एमसीडी के विशेष अधिकारी, डीडीए उपाध्यक्ष, निगम आयुक्त व अन्य अधिकारी भी उनके साथ मौजूद रहे।
विदेशी व दुर्लभ किस्म के पौधे भी होंगे तैयार:
नर्सरी में स्थानीय प्रजाति के साथ-साथ विदेशी और दुर्लभ किस्म के पौधे भी तैयार होंगे, जिन्हें सरकारी विभागों के साथ-साथ नागरिकों को भी उपलब्ध कराया जाएगा। कैफेटेरिया और पैदल पथ बनेगा। पर्यटन के लिहाज से भी इसे एक आकर्षक जगह के तौर पर तैयार किया जाएगा। यह जगह वजीराबाद औद्योगिक क्षेत्र के बीच में स्थित है। इसलिए इस पूरी जगह को हरा-भरा बनाने से लोगों को ज्यादा आक्सीजन भी मिलेगी। इससे लोगों को कुछ हद तक प्रदूषण से भी बचाया जा सकेगा।
सरकारी रेट पर ले जा सकेंगे पौधे.
सरकारी रेट पर घूमने वाले लोग पौधे खरीद कर घर ले जा सकेंगे. महज ₹5 में फूलों के पेड़ और ₹10 में अन्य प्रकार के पेड़ों को भी यहां बेचा जाएगा. इसको नर्सरी पार्क से घर-घर तक हरित आवरण को फिर से जिंदा करने की कोशिश भी की जाएगी.