पालम स्थिति इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के पास स्थित महिपालपुर के होटलों में धड़ल्ले से देह व्यापार चल रहा है। इस इलाके में 200 से ज्यादा होटल हैं, लेकिन उनमें से महज 40 के पास ही दिल्ली नगर निगम और दिल्ली पुलिस के लाइसेंसिंग विभाग का लाइसेंस है। शेष होटलों को इन दोनों एजेंसियों ने होटल चलाने का लाइसेंस नहीं दिया है। ऐसे में पुलिस की मिलीभगत से ये होटल तो धड़ल्ले से चल ही रहे हैं, इनमें देह व्यापार जैसे अनैतिक कार्य भी हो रहे हैं।
बताया जा रहा है कि महिपालपुर इलाके के विभिन्न बीटों में तैनात पुलिसकर्मियों की ‘उम्मीदों’ पर जो होटल मालिक खरा नहीं उतरता है उनके होटल को सील करा दिया जाता है, जबकि ‘उम्मीदों’ पर खरा उतरने वाले होटल धड़ल्ले से चलते रहते हैं।
बृहस्पतिवार रात वसंत कुंज नार्थ के थानाध्यक्ष ने तीन-चार होटलों में छापा मारकर वहां से सात दलाल और सात युवतियां को गिरफ्तार किया। लेकिन, इस कार्रवाई को गोपनीय क्यों रखा गया, इसे लेकर जिले में अलग-अलग तरह की चर्चाएं शुरू हैं। लेकिन 2000 रुपए से लेकर 20000 रुपए तक में दलालों की बुकिंग जारी रहती हैं.
महिपालपुर पहले एक ही वसंत कुंज थानाक्षेत्र में पड़ता था। इस थाने का विभाजन कर देने पर यह इलाका वसंत कुंज साउथ व वसंत कुंज नार्थ दोनों थाना क्षेत्रों में आ गया। वसंत कुंज साउथ इलाके में 30-35, जबकि वसंत कुंज नार्थ में करीब 175 होटल हैं। होटल चलाने के लिए नगर निगम और दिल्ली पुलिस के लाइसेंसिंग विभाग, दोनों से लाइसेंस लेना पड़ता है।
बताया जाता है कि नगर निगम से लाइसेंस लेना आसान है। ऐसे में अमूमन सभी होटल मालिकों ने नगर निगम से लाइसेंस प्राप्त कर लिया है। जबकि, दिल्ली पुलिस ने वसंत कुंज साउथ में आठ और वसंत कुंज नार्थ में 32 होटलों को ही लाइसेंस जारी किया है। शेष होटलों में कई ने दिल्ली पुलिस के पास आवेदन तो कर रखा है, लेकिन मापडंड पूरा न करने के कारण इनके आवेदन वर्षों से लंबित हैं। ऐसे में बीट में तैनात पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से होटलों का धंधा फल-फूल रहा है।
थानों के चिट्ठा मुंशी से बीट अफसरों की सांठ-गांठ बताया जाता है कि महिपालपुर के विभिन्न बीटों में तैनात 10 से अधिक पुलिसकर्मी ऐसे हैं जो लंबे समय से कभी वसंत कुंज साउथ तो कभी वसंत कुंज नार्थ थाने में अपनी तैनाती कराने में सफल हो जा रहे हैं। वे महिपालपुर बीट में रहकर जमकर अवैध कमाई करते हैं। थानों के चिट्ठा मुंशी से बीट अफसरों की सांठ-गांठ रहती है। सूत्रों की मानें तो यहां के अधिकतर होटलों में देह व्यापार चलता है।