बढ़ते कोरोना वैक्सीन की और जागरूकता देख केंद्र सरकार ने कविडशील्ड के दूसरे डोज को लेकर एक नया फैसला किया है , केंद्र सरकार ने कोविशील्ड टीके की दूसरी खुराक लेने के समय को बढ़ा दिया है। सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा गया है कि दोनों खुराकों के बीच गैप 4-6 हफ्ते के बजाय 4-8 हफ्ते का रखा जाएगा जिससे एंटी बॉडीज बनने का समय अधिक मिल पयेगा । हलाकि मंत्रालय ने कहा है कि दो खुराकों के बीच बदले समय अंतराल का फैसला सिर्फ कोविशिल्ड टीके पर लागू है, यह कोवैक्सिन टीके पर लागु नहीं है ।
इसपर दिल्ली के डॉक्टरों का भी कहना है कि यह बिलकुल सही कदम है, क्योंकि 6 से 8 हफ्ते के बीच वैक्सीन की दूसरी डोज से बेहतर रिजल्ट के फैक्ट्स हैं, तो हमें भी इसके अनुसार ही अपने लोगों का वैक्सीनेशन करना चाहिए। लेकिन को-वैक्सीन पर अभी ऐसी कोई स्टडी नहीं है, इसलिए वह अभी भी 4 हफ्ते बाद ही दी जाएगी। जबकि कोविडशील्ड की दूसरी डोज अगर 6 से 8 हफ्तों में ली जाये तो इससे बेहतर एंटीबॉडी बनेगी।
इसपर डॉक्टर अंशुमान कुमार, कोविड एक्सपर्ट कहते है ” मेडिकल, एविडेंस पर काम करता है उम्मीद पर नहीं। अंशुमान ने कहा कि ब्रिटेन में लोगों को 4 हफ्ते में ही वैक्सीन की दूसरी डोज दी जा रही थी। लेकिन किसी वजह से कुछ को 6 हफ्ते बाद दूसरी डोज लगी और कुछ को इससे भी बाद में। जब इसपर स्टडी की और तीनों ग्रुप में एंटीबॉडी का पता लगाया गया, तो जिन लोगों को 4 हफ्ते बाद दूसरी डोज दी गई, उनमें नॉर्मल था। लेकिन जिनको 6 से 12 हफ्ते के बीच दूसरी डोज दी गई, उनमें बेहतर रेस्पांस मिला। भारत की स्थिति को देखते हुए इसे 6 से 8 हफ्ते के बीच में रखा गया है।”