आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा के द्वारा पंजाब में चल रहे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दरमियान एक प्रेस कवरेज करने वाले मीडिया मैन के द्वारा माइक को उनके टेबल पर रखने को गलत दावे के साथ अलग-अलग कैप्शन में वायरल किए जा रहे हैं.
क्या है मामला?
पंजाब इलेक्शन को लेकर राघव चड्ढा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे इसी दरमियान बीच कॉन्फ्रेंस में एक और मीडिया बंधुओं ने कवरेज के लिहाज से अपना माइक राघव चड्ढा की टेबल पर रखने का कोशिश किया जिसे राघव चड्ढा ने तुरंत हटा दिया.
A video journalist got lil late, @raghav_chadha threw his mic on floor. He didn't stop here, he called channel owner to sack video journalist. Now they aren't in power here in Pb and see their #arrogance. Once God forbid if they are in power, Pb would be in hands of anarchists. pic.twitter.com/4Q9VETpxlg
— TARUNI GANDHI (@TaruniGandhi) January 10, 2022
थोड़े देर बाद.
थोड़े देर बाद ही दुबारा से मीडिया बंधु के माइक को जगह दिया गया.
Two seconds later…. pic.twitter.com/YjKm24RvG0
— AAP Ka Mehta 🇮🇳 (@DaaruBaazMehta) January 10, 2022
अभी क्या है सिचुएशन?
राघव चड्ढा के द्वारा हटाए गए कार्य को एरोगेंसी के नाम से सोशल मीडिया पर कई छोटे बड़े अकाउंट के द्वारा ट्वीट किया जा रहा है और दावा किया जा रहा है कि अहंकार भरे इरादे के साथ उक्त नेता ने पत्रकारिता का मान हनन किया है.
क्या है असलियत ?
राघव चड्ढा ने मीडिया बंधु के माइक को दूर जरूर हटाया था लेकिन उसके पीछे का कारण यह था कि वह माइक राघव चड्ढा के मोबाइल और सादे कागज में बने नोट्स के ऊपर में रखा जा रहा था जिसे राघव चड्ढा ने हटा दिया.
https://twitter.com/BhaiKuchBhi/status/1480570335351042050?s=20
क्या छोड़े जा रहे हैं तीर?
इस वीडियो को अन्य पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं के द्वारा शेयर करते हुए यह दावा किया जा रहा है कि अगर किसी भी तरीके से पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनती है तो पंजाब को भोगना पड़ेगा.
कंक्लूजन:
शेयर किया जा रहा है वीडियो राजनीति से प्रेरित है और महा छोटी सी क्लिप में राजनीतिक मतलब साधने को लेकर 99% से ज्यादा ट्वीट पाए गए हैं.
सत्यता: मिश्रित सत्यता
अर्थात वीडियो सही है लेकिन उसके दावे गलत हैं.