लोन की Emi न चुकाने पर ग्राहकों के कुछ विशेष कानूनी अधिकार

Customer rights on loan default
Customer rights on loan default

अगर आप भी कभी होम लोन या पर्सनल लोन लेने के बाद EMI नहीं चुका पा रहे हैं तो  EMI ना भरने पर बैंक आपको किसी भी प्रकार से डरा या धमका नहीं सकता है। लोगों को आपातकालीन परिस्थिति में पैसों की जरूरत पड़ने पर लोन का सहारा लेना पड़ता है। लोन के इस क्षेत्र मे कई बैंक और कंपनियां विभिन्न ब्याज दरों पर लोन उपलब्ध कराते हैं।

बैंक ग्राहक के साथ जोर जबरदस्ती नहीं कर सकते –
बता दें कि लोन की EMI ना चुकाने पर बैंक ग्राहको को किसी भी प्रकार से जोर जबरदस्ती नहीं कर सकता है। हालांकि बैंक लोन की इस रकम को लेने के लिए रिकवरी एजेंट की सहायता लेते हैं। ये रिकवरी एजेंट अपनी हद्द मे रह कर समझाइश दे सकते हैं। लेकिन ये कभी भी आपको किसी भी प्रकार से मजबूर नहीं कर सकते। कानूनन उन्हें यह अधिकार प्राप्त नहीं है।

लोन ना चुकाने पर मिलेगा नोटिस

लोन की वसूली के लिए बैंक को कानूनी दायरों के अंदर रहते हुए वैलिड प्रोसेस अपनाना पड़ता है। लोन देते वक़्त बैंक ग्राहक से सिक्युरिटी के लिए जो ऐसेट गिरवी रखते हैं, बैंक उन्हें कानूनी प्रक्रिया के द्वारा ज़ब्त कर सकते हैं। लेकिन ज़ब्त करने से पहले बैंक का ग्राहक को नोटिस भेजना जरूरी है। भारतीय कानून के अनुसार सिक्योरिटाइजेशन एंड रीकंस्ट्रक्शन ऑफ फाइनेंशियल एसेट्स एंड एनफोर्समेंट ऑफ सिक्योरिटी इंटरेस्ट एक्ट कर्जदारों(बैंक / कंपनी) को गिरवी एसेट को जब्‍त करने का अधिकार देता है।

लोन लेने वाला कर सकता है बैंक की शिकायत –
लोन चुकाने से संबंधित सुझाव के लिए अगर एजेंट ग्राहक के घर सुबह 7 बजे से लेकर शाम के 7 बजे तक जा सकता है। एजेंट किसी भी समय आपके घर नहीं आ सकता। अगर वो आपके साथ बदतमीजी या किसी भी प्रकार का बुरा व्यावहार करता है तो आप इसकी शिकायत बैंक मे कर सकता है।

लोन न चुकाने पर ग्राहको के विशेष अधिकार

  • बैंक बिना नोटिस के सिक्युरिटी ऐसेट ज़ब्त नहीं कर सकता है।
  •  संपति ज़ब्त करने से पहले बैंक आपको लोन चुकाने के लिए समय देगा।

मध्य प्रदेश से पेशेवर लेख लेखक, खबरो का भंडार लेते हुए सटीक रीसर्च के साथ हाजिर.

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