पूर्वी लद्दाख में गत दिनों चीनी सैनिकों की भारतीय सैनिकों के साथ हुई ¨हसक झड़प के बाद तनातनी इस कदर बढ़ी कि देशभर में चीनी कंपनियों के साथ हुए करार रद कर दिए गए। इनमें निर्माण क्षेत्र से जुड़े भी कई करार थे जिन्हें रद कर दिया गया। लेकिन, इन सबके बीच दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के साथ फेज चार के कॉरिडोर निर्माण संबंधी चीन की कंपनियों से हुआ करार जारी रहेगा। दो कॉरिडोर, जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम और मौजपुर-मजलिस पार्क का निर्माण चीन की दो कंपनियां करेंगी।

डीएमआरसी का कहना है कि फेज चार में सिर्फ दो ही कॉरिडोर बनाने की जिम्मेदारी चीन की कंपनियों को दी गई है। इनमें भी सिर्फ 26 फीसद काम ये कंपनियां करेंगी, बाकी का कार्य भारतीय कंपनियों को ही सौंपा गया है।

Delhi Metro Phase IV to link all remote areas of Delhi in 5 year

फेज चार में छह मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण का प्रस्ताव है। इनमें से तीन कॉरिडोर को ही अब तक मंजूरी मिली है। उक्त दो कॉरिडोर के अलावा एयरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर शामिल है। कॉरिडोर बनाने के लिए टेंडर प्रक्रिया वर्ष 2019 में पूरी हुई थी। इसके लिए ओपन टेंडर जारी हुआ था।

28.92 किलोमीटर लंबे जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम कॉरिडोर पर केशोपुर से हैदरपुर बादली मोड़ तक 10 स्टेशन व एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने का काम चीन की कपंनी को मिला है। इस कॉरिडोर पर कुल 22 स्टेशन होंगे। वहीं मौजपुर-मजलिस पार्क के बीच एलिवेटेड कॉरिडोर व आठ स्टेशन का निर्माण भी चीन की कंपनी करेगी।

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