दिलशाद गार्डन में पंप हाउस की दीवार गिरने से 12 वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।

इनमें आठ कारें और चार दोपहिया वाहन हैं। हादसे के बाद लोगों में रोष है। आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों का आरोप है कि दिल्ली जल बोर्ड की लापरवाही से हादसा हुआ है। वर्षो से दीवार जर्जर थी। उसकी मरम्मत नहीं कराई जा रही थी। उधर, जल बोर्ड के अधिकारियों ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि यह दीवार उनकी नहीं थी।

 

दिलशाद गार्डन सी-ब्लाक में गेट नंबर-एक के पास शनिवार तड़के करीब 3:03 बजे पंप हाउस की दीवार अचानक गिर गई।

इस दीवार के पास लोगों ने कारें और दोपहिया वाहन खड़े किए हुए थे। दीवार गिरने के कारण कई वाहनों के शीशे टूट गए और कुछ बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। स्थानीय नागरिक अंबरीश कौशिक ने बताया कि उनकी एक कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, जबकि दूसरी कार को भी नुकसान पहुंचा है। उनका कहना है कि जल बोर्ड के पंप हाउस दीवार वर्षो से जर्जर थी, लेकिन उसे ठीक नहीं कराया जा रहा था। उन्होंने बताया कि यह घटना सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड हुई है।

आरडब्ल्यूए सी-ब्लाक दिलशाद गार्डन (एक से 50 तक) के अध्यक्ष विकास हांडा का कहना है कि जल बोर्ड की लापरवाही की वजह से हुए हादसे के कारण लोगों को नुकसान हुआ है। पूर्वी निगम की स्थायी समिति के चेयरमैन और क्षेत्रीय पार्षद बीएस पंवार ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया।

 

हादसे के होने पर दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारी निरीक्षण करने पहुंचे तो लोगों ने उनसे नाराजगी जताई।

जल बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि पंप हाउस उनका जरूर है, लेकिन दीवार उनके अधीन नहीं आती। पंप हाउस के लिए स्कूल की जमीन पर जगह दी गई थी। यह दीवार पहले से बनी थी। अधिकारियों का कहना है कि यह दीवार कालोनी की या स्कूल की है।

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