दिल्ली के कुछ हिस्सों में जहा अब तक कोविद -19 का महत्वपूर्ण प्रकोप नहीं था, उन्हें आक्रामक परीक्षण और टीकाकरण के लिए लक्षित किया जा रहा है।
अध्यक्षता में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गुरुवार को हुई एक बैठक के दौरान अंतिम रूप से जिन वार्डों में 50% या उससे कम के सेरो का प्रचलन था, उन्हें परीक्षण और टीकाकरण के लिए लक्षित किया जा रहा है।
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद और दिल्ली छावनी बोर्ड में 276 वार्डों में से, सरकार अपना ध्यान 129 तक कम कर रही है। यह वेह हैं जहां निवासियों के बीच एंटीबॉडी का प्रसार 50% या उससे कम था, जिसका मतलब है कि कोविद -19 संक्रमण के लिए यहां सबसे कमजोर हैं। इसलिए, हम इन वार्डों में टीकाकरण और आक्रामक तरीके से आरटी-पीसीआर परीक्षण करवा रहे हैं।
सूची में टैगोर गार्डन, त्रिलोकपुरी, राजौरी गार्डन, नरेला और विष्णु गार्डन जैसे क्षेत्र शामिल हैं। सरकार द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा डेटा 15 जनवरी और 23 जनवरी के बीच राजधानी में किए गए पांचवें सीरोलॉजिकल सर्वेक्षण का है। सर्वेक्षण में पाया गया कि 28,000 लोगों में से 56.13% ने एंटीबॉडीज का नमूना लिया, जो पिछले संक्रमण का संकेत देता है।