कृषि कानून के विरोधियों द्वारा दिल्ली-जयपुर हाईवे पर 10 माह से भारी वाहनों के लिए बंद किया गया जयसिंहपुर खेड़ा-शाहजहांपुर बार्डर शुक्रवार को खोल दिया गया।

प्रदर्शनकारियों व प्रशासन के बीच बातचीत के बाद शुक्रवार को ट्रायल के तौर पर सर्विस लेन से भारी वाहनों का संचालन शुरू किया गया है। इसके बाद भारी वाहनों का आवागमन नियमित रूप से शुरू हो जाएगा। जाम की स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा सर्विस लेन को चौड़ा किया जाएगा। बार्डर से भारी वाहनों का संचालन शुरू होने पर पेट्रोल पंप संचालकों, ट्रांसपोर्टर और दुकानदारों ने लड्डू भी बांटे।

 

13 दिसंबर 2020 से बंद था हाईवे:

दिल्ली की ओर बढ़ रहे कृषि कानून के विरोधियों को प्रशासन ने दो दिसंबर 2020 को दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित जयसिंहपुर खेड़ा-शाहजहांपुर बार्डर पर रोक दिया गया था। शुरुआत में प्रदर्शनकारियों ने हाईवे की सर्विस लेन पर धरना शुरू किया था, लेकिन 13 दिसंबर 2020 को हाईवे को पूरी तरह बंद कर दिया गया था। हाईवे बंद होने के कारण वाहनों का आवागमन ठप हो गया था। प्रशासन ने दिल्ली से जयपुर जाने वाले वाहनों को कापड़ीवास बार्डर, कसौला चौक व बनीपुर चौक से डायवर्ट कर दिया था और जयपुर से दिल्ली की ओर आने वाले वाहनों को गुगलकोटा से भाड़ावास रोड पर डायवर्ट किया गया था।

कुछ माह बाद प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली से जयपुर की तरफ जाने वाले हल्के वाहनों के लिए एक सर्विस लेन खोल दी थी।

दिन-रात बनी रहती थी जाम की स्थिति: जयसिंहपुर खेड़ा-शाहजहांपुर बार्डर से भारी वाहनों का आवागमन शुरू होने से आस-पास के गांवों में रहने वाले हजारों लोगों को राहत मिलेगी। बार्डर बंद होने के कारण भारी वाहन भाड़ावास रोड, आनंदपुर, सांझरपुर, मोहनपुर, सुलखा, नैचाना-बावल रोड से निकाला जा रहा था। भारी वाहनों के आवागमन से गांवों की सड़कें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी और बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं। दिन-रात जाम की स्थिति रहती थी।

कुछ तो अभी भी कर रहा हूँ आप लोगो के लिये ख़ैर आप email पर लिख भेजिए मुझे [email protected] पर

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