देश भर में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पिछले साल जमानत पर छोड़े गए बंदियों और पैरोल पर गए कैदियों में से ज्यादातर ने जेल में आत्मसमर्पण नहीं किया है। जिसकी वजह से दिल्ही पुलिस काफी परेशान है। इस कारन दिल्ली पुलिस अब गांधीगीरी के माध्यम से इन्हें सरेंडर करवाने की कोशिश करेगी । दिल्ली पुलिस उनका पता लगाकर उन्हें कहा जाएगा कि वह सरेंडर कर दें और उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं होगी। हालांकि, जो बंदी या कैदी आपराधिक वारदात में लिप्त पाए जाएंगे उनके खिलाफ कानून के हिसाब से कार्रवाई की ही जाएगी। वही पैरोल पर छोड़े गए कैदियों में बड़ी संख्या में काफी आपराधिक घटनाओं में शामिल है।
दिल्ली पुलिस की मैंने तो कोरोना को देखते हुए पिछले वर्ष करीब सात हजार बंदियों और कैदियों को जमानत व पैरोल पर छोड़ा दिया गया था। उन्हें कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए यह कदम उठाया गया था। जमानत व पैरोल की अवधि खत्म होने के बाद कुछ ने तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया था , जबकि तीन हजार से ज्यादा बंदी और कैदी अभी तक बहार घूम रहे हैं।
इसपर अधिकारियों का कहना है कि कोरोना काल में जमानत पर बाहर आए काफी कैदी दिल्ली पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुके हैं। इनमें कई गंभीर आपराधिक वारदात में शामिल है । ऐसे कैदियों को जल्द गिरफ्तार करना बहुत जरूरी हो गया है।