इस सप्ताह की शुरुआत मैं दिल्ली विधानसभा में आठ मार्च को बजट सत्र की शुरुआत की गयी थी। बुधवार को इसमें उपराज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा हुई। इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सदन में बोलते हुए रामराज्य कार्ड खेल दिया यह कार्ड अन्य नेताओं के कार्ड से थोड़ा हटकर था । उन्होंने रामराज्य की परिकल्पना को लेकर 10 बिंदु रखे। इसके साथ ही उन्होंने ये एलान किया कि जब अयोध्या में राम मंदिर बन जाएगा तो दिल्लीवालों को उनकी सरकार मंदिर की मुफ्त यात्रा कराएगी। आगे केजरीवाल ने रामराज्य परिकल्पना को लेकर यह 10 बिंदु दिए।
१. दिल्ली में कोई भूखा ना रहे। योजना बनाई।
२. हर बच्चे को, भिखारी के बच्चे को भी अच्छी शिक्षा मिले।
३. अगर कोई बीमारी हो जाए तो अमीर और गरीब को बेहतर इलाज मिले।
४. राम से प्रेरणा लेकर गरीबों को मुफ्त बिजली दी जो मूलभूत जरूरत है। दिल्ली दुनिया का अकेला ऐसा शहर है जहां बिजली फ्री मिलती है।
५. रामराज्य में पानी मिलना चाहिए।
६. रोजगार, हर हाथ को काम मिलना चाहिए।
७. मकान, हर आदमी के सिर पर छत हो, उसे इज्जत मिले।
८. महिलाओं की सुरक्षा का ख्याल रखा जाए। हमारे हाथ में जो है वो कर रहे हैं। सम्मान और सुरक्षा दोनों के लिए।
९. बुजुर्गों को सम्मान, जो नहीं देता उसका अंत सुनिश्चित है।
१०. अयोध्या में राम मंदिर बन जाए तो फ्री में बुजुर्गों को दर्शन।
यह सभी अभी परिकल्पनाए है , क्यूंकि कई सरकारे आयी है , राम राज्य के वादे किए पर हकीकत कुछ और ही है. सरकार जमिनी तोर पर कितना काम करती है , यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा , पर जिस रामराज्य की कल्पना इतिहास में की गयी थी अगर वो सपना देश की राजधानी दिल्ली में सच हो जाता है तो वह सहारनीय होगा।